देहरादून: मंगलवार को उपनल कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों द्वारा कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के आवास पर धरना दिया। उपनल कर्मियों का आरोप है कि सरकार ने कैबिनेट सब कमेटी बनाकर मानदेय संशोधन सहित अन्य माँगों पर रिपोर्ट तैयार करने के बाद भी धामी कैबिनेट में प्रस्ताव नहीं लाया जा रहा है।
आज के धरने में उपनल महासंघ की जिला और प्रदेश कार्यकारिणी पदाधिकारियों ने भाग लिया। सुबह 10 बजे मंत्री जोशी के आवास पर कर्मचारी धरने पर बैठ गए थे लेकिन मंत्री जोशी कर्मचारियों से मिले भी नहीं। धरने-प्रदर्शन पर बैठे उपनलकर्मियों ने इसे अपने साथ बहुत ही शर्मनाक व्यवहार करार दिया है।उन्होंने कहा कि उपनल कर्मचारियों के धरने में आकर मंत्री जोशी कर्मचारियों को आश्वस्त करके गए थे कि आप की मांगों को लेकर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी। आज जब मंत्री के आवास पर उपनल कर्मचारी वही आश्वासन लेकर गए तो उनके द्वारा कर्मचारियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया। इस पर प्रदेश अध्यक्ष द्वारा स्पष्ट किया गया कि यह व्यवहार ठीक नहीं है जब वह हमारे धरनास्थल पर आए थे तब हमने उनका स्वागत किया था लेकिन जब हम उनके आवास पर गए तो उनके द्वारा कर्मचारियों के साथ बिल्कुल भी ठीक व्यवहार नहीं किया गया। प्रदेश महामंत्री हेमंत सिंह रावत द्वारा धरने में शामिल पदाधिकारियों को कहा गया है कि कल कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत के आवास पर भी धरना दिया जाएगा और आगे की रणनीति वहीं बनाई जाएगी। मुख्य संयोजक (आंदोलन) महेश भट्ट द्वारा शासन के इस रवैया पर कड़ा ऐतराज जताया गया। कैबिनेट सब कमेटी की रिपोर्ट सबमिट होने के बाद भी अभी तक तीन कैबिनेट हो चुकी लेकिन इसके प्रस्ताव को चर्चा के लिे भी नहीं लाया गया है। प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विद्यासागर धस्माना द्वारा राज्य सरकार की निंदा की गई। कहा कि कर्मचारियों ने राज्य सरकार के भरोसे पर आंदोलन समाप्त किया गया था उसके बावजूद भी मांग पूरी नहीं हुई जोकि बहुत ही निंदनीय है। विनोद गोदियाल ने समस्त कर्मचारियों का आह्वान किया कि अगर उपनल कर्मचारियों का काम जल्द से जल्द नहीं किया जाता है तो आने वाले टाइम पर विधानसभा घेराव भी किया जाएगा। इस
दौरान जिला एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य कुशाग्र जोशी, हेमंत सिंह रावत, विद्यासागर धस्माना, विनोद गोदियाल,
महेश भट्ट, विनय प्रसाद, अविनाश जोशी, साकिब अहमद, राकेश राणा, राशिका रावत, दीपक कंसल, आरती चौधरी, मीना, सरस्वती कांडपाल, प्रदीप रावत, योगेश कुमार और संतोष साह मौजूद रहे।
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