देहरादून: बुधवार को उत्तराखण्ड अधिकारी-कार्मिक-शिक्षक महासंघ की महत्वपूर्ण बैठक हुई। महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष दीपक जोशी की अध्यक्षता में देहरादून में सम्पन्न हुई बैठक का संचालन राज्य आन्दोलनकारी एवं राज्य कर मिनिस्ट्रीयल स्टाॅफ एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी द्वारा किया गया।
बैठक में उपस्थित महासंघ को अपना संरक्षण दे रहे राजकीय पेंशनर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पी0डी0 गुप्ता एवं इस महासंघ से जुड़े प्रदेश के ऊर्जा निगम, निगम कर्मचारी महासंघ, रोडवेज, जल निगम, जल-संस्थान, इंजीनियर्स, एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक चिकित्सकों, फार्मासिस्टों, नर्सिंग सेवाओं, शिक्षक समुदाय, राजकीय एवं अशासकीय शिक्षणेत्तर कार्मिक/अधिकारियों के कार्मिक सेवा संघों के प्रबुद्ध पदाधिकारियों द्वारा सवर्प्रथम विगत दिवस को कुमाऊं मण्डल के विभिन्न इलाकों में आई भीषण आपदा एवं जान-माल की क्षति पर अपनी संवेदनायें प्रकट करते हुये मृत लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया गया। इस आपदा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा स्वयं मौके पर खड़े होकर की जा रही आपदाग्रस्त क्षेत्रों की समीक्षा पर महासंघ द्वारा सरकार की ध्वनिमत से प्रशंसा की गयी। साथ ही बैठक में महासंघ से जुड़े बिजली, पानी, सड़क, चिकित्सा, रोडवेज आदि के अधिकारियों/कमर्चारियों द्वारा सरकार को सम्पूणर् सहयोग/योगदान दिये जाने का संकल्प लिया गया तथा कामिर्कों के स्तर से आपदाग्रस्त परिवारों के लिये हरसंभव कार्य के लिये तत्पर रहने का आहवान किया गया।
बैठक में उपस्थित सभी वक्ताओं द्वारा अत्यन्त अल्प समय में उत्तराखण्ड अधिकारी-कार्मिक-शिक्षक महासंघ के गठन पर प्रदेश के 45 मान्यता प्राप्त संघ/परिसंघों का समर्थन प्राप्त होने के उपरान्त महासंघ के स्तर पर प्रदेश के सभी कार्मिक सेवा संघ की काॅमन मांगों के अनुरूप कार्य करते हुये अर्जित किये गये अपार विश्वास एवं एकजुटता को बरकरार रखते हुए महासंघ के मूल उद्देश्यों को कारगर किये जाने तथा द01 अक्टूबर को शासन स्तर पर उच्च स्तरीय बैठक में बनी सहमति के अनुरूप निर्गत कायर्वृत्त के अनुसार महासंघ की 22 सूत्रीय मांगों को धरातल पर क्रियान्वित किये जाने तथा मुख्यमंत्री के स्तर पर 04 अक्टूबर को अधिकारिक बैठक हेतु दिये गये समय पर अपरिहार्य कारणों से बैठक न होने की स्थिति में अब पुनः सहमति प्राप्त बिन्दुओं पर मुख्यमंत्री से पुनः अधिकारिक बैठक किये जाने हेतु महासंघ द्वारा संवाद स्थापित करते हुये मांगों को धरातल पर क्रियान्वित किये जाने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है।
साथ ही आज की महत्वपूर्ण बैठक में महासंघ की कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए महासंघ को प्राप्त 45 कार्मिक सेवा संघों के समर्थन के अनुरूप प्रत्येक सेवा संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष व प्रांतीय महामंत्री में से एक पदाधिकारी को महासंघ के पदाधिकारी के रूप में दायित्व दिये जाने की भी घोषणा की गयी। तथा कार्मिक सेवा संघों के ऐसे पदाधिकारियों के नामों का भी ऐलान करते हुये सभी संघों के पदाधिकारियों को महासंघ में अलग-अलग दायित्वों हेतु मनोनीत किये जाने का निर्णयों लिया गया है। इसके लिये उपस्थित सभी पदाधिकारियों द्वारा महासंघ के अध्यक्ष को अधिकृत किया गया कि वे प्रदेश के ऐसे सभी पदाधिकारियों को उनकी क्षमताओं के अनुरूप महासंघ के सुयोग्य पद पर मनोनीत करने का कार्य जल्दी करेंगे तथा कार्यकारिणी की अगली बैठक में महासंघ का संविधान, मान्यता सम्बन्धी सभी प्रपत्रों आदि का प्रारूप पूर्ण कराकर प्रस्तुत किया जायेगा, जिसके लिये पी0सी0 सुयाल, प्रांतीय अध्यक्ष, अशासकीय प्रधानाचार्य परिषद की अध्यक्षता में एक 05 सदस्यीय एक समिति का गठन भी किया गया है। इसके साथ-साथ शिक्षा विभाग के अपर निदेशक डा0 महावीर सिंह बिष्ट को महासंघ का मुख्य सलाहकार, पेंशनर्स एसो0 के अध्यक्ष पी0डी0 गुप्ता व ऊर्जा कामगार संगठन के अध्यक्ष राकेश शर्मा को संरक्षक का दायित्व दिया गया है।
साथ ही आज की बैठक में अब तक महासचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे दिगम्बर फुलोरिया को महासंघ में अहम जिम्मेदारी देते हुये महासचिव (संगठन) का दायित्व दिया गया है तथा जगमोहन सिंह नेगी को प्रान्तीय महासचिव की जिम्मेदारी से नवाजा गया है। इसी प्रकार सभी कार्मिक सेवा संघों के अनुभवी एवं वरिष्ठ पदाधिकारियों को महासंघ में वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संगठन मंत्री, संयुक्त सचिव, मीडिया प्रभारी, प्रचार सचिव, अतिरिक्त महासचिव, सहकोषाध्यक्ष आदि दायित्वों के निवर्हन हेतु महासंघ में लिया गया है, जबकि कोषाध्यक्ष जैसे अहम पद पर अनिल प्रकाश उनियाल, अनुसचिव सचिवालय को उनकी कमर्ठता, ईमानदारी छवि एवं लेखा विभाग में कायर्रत होने के परिणामस्वरूप दायित्व दिया गया है। सदस्य कायर्कारिणी के रूप में सभी जनपदों के संयोजक/अध्यक्ष/महासचिव महासंघ में सम्मिलित रहेंगे।
महासंघ के अध्यक्ष द्वारा आज प्रेस वातार् में कायर्कारिणी विस्तार एवं महासंघ के आगे के कायर्क्रम की रूप-रेखा रखते हुये अवगत कराया है कि महासंघ में जुडने के लिये प्रदेश के सभी कार्मिक सेवा संघ, चिकित्सा सेवा संघों, ऊर्जा निगम के संघ, नर्सेज़ एसो0, शिक्षक वर्ग के सभी संघ, निगम कर्मचारी महासंघ, अशासकीय शिक्षक/महाविद्यालय के कार्मिक , तकनीकी विश्वविद्यालय आदि का विश्वास महासंघ के प्रति दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। एक पारदर्शी व्यवस्था के तहत प्रदेश के सभी अधिकारियों/कार्मिकों की जायज मांगों को पूरा करने के लिये महासंघ अपनी ताकत झोंके हुये है। बहुत कम समय में महासंघ अपनी 22 सूत्रीय माँगों पर उच्च स्तरीय बैठक के माध्यम से अपने दूरगामी इरादों एवं प्रदेश के एक मात्र महासंघ के विराट स्वरूप का अहसास सभी सक्षम अधिकारियों को करा चुका है। मुख्यमंत्री के स्तर से विगत दिनों हुई महासंघ की भेंट वार्ताओं में मुख्यमंत्री द्वारा महासंघ की सभी मांगों पर सकारात्मक रूख रखते हुये सभी मांगों को एक नियत समयावधि के भीतर पूर्ण करने का निर्देश सभी सक्षम अधिकारियों को दिया गया है तथा महासंघ का पूर्ण आश्वस्त किया गया है कि उनकी मांगों पर मुख्यमंत्री स्वयं नजर बनाये हुये हैं शीघ्र ही माँगों का अपेक्षित शासनादेश धरातल पर होगा। सरकार के स्तर से महासंघ को हर संभव सहयोग प्रदान किये जाने का भरोसा दिया गया है।
इस कड़ी में यह भी संदेश दिया गया है कि गोल्डन कार्ड की खामियों को दुरूस्त किये जाने तथा शिथिलीकरण नियमावली, 2010 को महासंघ की मांग के अनुरूप आगामी कैबिनेट में लाया जायेगा तथा इन 02 महत्वपूर्ण माँगों का निराकरण कार्मिक हित में किया जायेगा। इसके साथ-साथ वर्ष 2005 के बाद नियुक्त प्रदेश कार्मिकों के लिये पुरानी पेंशन बहाली पर सरकार द्वारा संवैधानिक रास्ते निकाले जाने का भी आश्वासन महासंघ को दिया गया है। महासंघ की तरफ से पुनः मुख्यमंत्री के स्तर पर अन्य मांगों के लिये अधिकारिक बैठक हेतु समय लेते हुये जल्दी ही सभी मांगो का निस्तारण करते हुये प्रदेश के कामिर्क वर्ग का हित सुरक्षित किया जायेगा।
आज की बैठक में पी0डी0 गुप्ता, सूर्यप्रकाश राणाकोटी, प्रकाश चन्द्र सुयाल, अशोक चौधरी, अजय कान्त शर्मा, टिहरी जनपद के संयोजक राकेश भट्ट, महावीर मेहता, गौरव खण्डूरी, सुनील गुॅसाई, रामलाल खत्री, चन्द्रशेखर पुरोहित, पंकज नैथानी, विजेन्द्र कुमार, दीप चन्द्र पन्त, जितेन्द्र कुमार, वीरेन्द्र सिंह गुॅसाई, राजेश प्रसाद, दीपक सुन्दरियाल, आर0एस0 नेगी, चन्दर सिंह बगियाल आदि पदाधिकारी की उपस्थिति रही।