
विधायक उमेश, डोभाल और सरबत की तमन्ना पूरी
Uttarakhand Assembly Session: आखिरकार सरकार ने शीतकालीन सत्र कहां होगा, इस पर निर्णय ले लिया है। 29 नवंबर से शुरू हो रहा उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र पांच दिसंबर तक देहरादून विधानसभा में होगा। हालांकि 16 नवंबर को होने वाली धामी कैबिनेट बैठक में सत्र के प्रस्ताव पर मुहर लगेगी। बताया गया है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा सत्र बुलाने के प्रस्ताव को विचलन से मंजूरी दी है।
ज्ञात हो कि दो निर्दलीय विधायकों जिनमें उमेश कुमार और संजय डोभाल शामिल हैं, के अलावा मंगलोर से बसपा विधायक सरबत करीम अंसारी ने भी शीतकालीन सत्र गैरसैंण में न कराकर देहरादून विधानसभा में ही कराने को मांग की थी। इन विधायकों का तर्क था कि जब गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया गया है तो वहां शीतकालीन सत्र का कोई औचित्य नहीं है।
दरअसल उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र ऐसे समय हो रहा जब अंकिता भंडारी हत्याकांड से लेकर बैकडोर भर्ती और UKSSSC पेपर लीक स्कैम जैसे मुद्दे राज्य की राजनीति को खासा एफेक्ट कर रहे हैं। अनुपूरक बजट के अलावा सरकार कई अहम बिलों को लेकर भी सदन में पहुंचेगी। शीतकालीन सत्र में महिला क्षैतिज आरक्षण के अध्यादेश से लेकर राज्य आंदोलनकारियों के क्षैतिज आरक्षण के संशोधित विधेयक सहित कई अन्य नियमावली, रिपोर्ट और लेखा प्रतिवेदन सदन पटल पर रखे जाएंगे।



