देहरादून: बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष पहली बार उत्तराखंड दौरे पर आए हैं। गुरुवार को बीएल संतोष ने कोर ग्रुप की बैठक से पहले विभिन्न मोर्चों के साथ मंथन किया। माना जा रहा है कि कोरोना महामारी के बीच मोदी सरकार 2.0 के पूरे हो रहे दूसरे साल पर जनता की नब्ज पकड़ने गाँव-गाँव कैसे पहुँचा जाएं इसका मंत्र फूँकने का ज़िम्मा संगठन महामंत्री को देकर पार्टी नेतृत्व ने प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर भेजा है। हालाँकि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा वर्चुअल माध्यम से हुए संवाद में प्रदेश नेतृत्व को गांव गाँव सेवा ही संगठन का संदेश लेकर निकलने का मैसेज दे चुके हैं लेकिन राष्ट्रीय संगठन महामंत्री संतोष की उपस्थिति में कोर ग्रुप का मंथन जहां जमीनी रणनीति बनाने के लिए अहम बताया जा रहा, वहीं कोरोना महामारी से कितना डैमेज हुआ है उसके आकलन और फिर डैमेज कंट्रोल का रास्ता क्या हो उसकी रूपरेखा खींचने के मक़सद से अहम है।
30 मई को मोदी सरकार 2.0 के दो साल पूरे होने के मौके पर पार्टी गाँवों में सेवा के अपने अभियान का आगाज करेगी। दरअसल बीजेपी मोदी सरकार के उपलब्धियों का बखान करने के जश्नी कार्यक्रमों से बच रही है क्योंकि कोरोना को लेकर मोदी सरकार चौतरफा कटघरे में खड़ी की जा रही है और संघ और बीजेपी भी इसे लेकर चिंतित हैं। ऐसे में जनता की नब्ज टटोलने का अभियान भी समझा जा सकता है गांव गांव पहुँचने के अभियान को। उत्तराखंड इसलिये भी बीजेपी नेतृत्व के लिए अहम है क्योंकि यहाँ 2022 में यूपी के साथ साथ चुनावी बिगुल बजेगा और तीन चौथाई बहुमत की डबल इंजन सरकार चला रही पार्टी किसी क़ीमत पर राज्य हाथ से नहीं जाने देना चाहेगी। वैसे भी त्रिवेंद्र की विदाई और तीरथ की ताजपोशी के ढाई महीने बाद कोर ग्रुप बैठा है तो लाज़िमी है कि नई रिजीम पर भी बात हुई होगी।