
Uttarkashi cloudburst update: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह तिरुपति दौरा बीच में छोड़कर उत्तराखंड लौट आए और सीधे देहरादून स्थित आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। सीएम ने फ़ोन पर आपदा क्षेत्र में ग्राउंड जीरो पर तैनात राहत एवं बचाव दल से हालात जानें। राज्य सरकार ने आपदा से निपटने और बचाव कार्यों में तेज़ी के मद्देनज़र तीन आईएएस अधिकारियों और आईपीएस अफसरों को भी ज़िम्मेदारी सौंपी है। साथ ही अन्य जिलों से भी पुलिस फोर्स और बचाव कर्मियों को उत्तरकाशी के आपदा प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया जा रहा है।


Uttarkashi flash floods: उत्तराखंड एक बार फिर आपदा की चपेट में है। राज्य के सीमांत जिले उत्तरकाशी में मंगलवार को बादल फटने से खीरगंगा में भयंकर बाढ़ आ गई जिससे देखते जी देखते कुछ ही सेकेंड में गाँव के गाँव तबाही के मंजर में तब्दील हो गए। देखते ही देखते घर और होटल मलबे के ढेर में तब्दील हो गए। बादल फटने के बाद के दृश्य रोंगटे खड़े कर देने वाले हैं। उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने कहा कि धराली में हुई इस त्रासदी में अब तक चार लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।

बादल फटने के बाद आए सैलाब में गांव के गांव तबाह हो गए हैं। सैलाब आता देख लोगों में चीख पुकार मच गई और देखते देखते होटलों-घरों में पानी और मलबा घुस गया जिससे पूरा धराली बाजार तबाह हो गया है। तबाही के सोशल मीडिया में आए वीडियो देखकर साफ़ ज़ाहिर हो रहा है कि बड़ी संख्या में घर-होटल-दुकानें ध्वस्त हो गई हैं।
आपदा की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपना आंध्र प्रदेश का दौरा छोड़कर सीधे डिजास्टर मैनेजमेंट कंट्रोल रूम पहुंचे और अधिकारियों से राहत और बचाव का अपडेट लिया। धराली क्षेत्र में आई आपदा से हुए नुकसान पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि राहत और बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन और आपदा विभाग की टीमें युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं।
प्रधानमंत्री ने की मुख्यमंत्री से फ़ोन पर बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से हुए जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया है। पीएम ने सीएम धामी से टेलीफोन पर बातचीत कर त्रासदी के बारे में जानकारी ली है और केंद्र सरकार से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। पीएम ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आपदा की जानकारी ली है और राज्य सरकार बचाव और राहत के कार्य युद्ध स्तर पर कर रही है और लोगों को मदद पहुँचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

भारी बारिश और बादल फटने की वजह से तबाही सिर्फ़ धराली में ही नहीं आई है बल्कि उत्तरकाशी जिले के कई इलाक़ों में बादल फटने से नुकसान हुआ है। अतिवृष्टि के चलते हर्षिल में सेना के कैम्प के पास तेलगाड़ नाला भी उफान पर आ चुका है। सेना का बेस कैम्प और हेलीपैड तबाही के मंजर की गवाही दे रहे हैं। आफ़त की बारिश से गंगोत्री हाईवे बंद हो गया है और जगह जगह से आए सैलाब के वीडियो दहशत के माहौल को बयां कर रहे हैं। भारी बारिश और बाढ़ ने निचले इलाक़े में भारी तबाही मचाई है जहाँ होटल, घर और दुकानें मलबे में दब गई हैं और कई लोग लापता हैं।

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने भारत सरकार को दो एमआई और एक चिनूक हेलीकॉप्टर राहत और बचाव कार्य के लिए देने का अनुरोध किया है।
प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर
01374222126, 01374222722, 9456556431