DEHRADUN NEWS: 72 भर्तियों पर उखड़ क्यों रहे पूर्व स्पीकर और धामी सरकार में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल? युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार एक के बाद एक भर्ती परीक्षाओं के नाम पर नकल माफिया के माध्यम से होती रही नौकरियों की लूट पर सख्त तेवर अपनाए हैं तब स्पीकर रहते विधानसभा में एक दो नहीं बल्कि 72 लोगों की भर्ती कर डालने वाले प्रेमचंद अग्रवाल को अब जब इस मुद्दे पर बहस चल निकली है तब प्रेम से जवाब देने की दरकार है न कि उखड़ बैठने की! आखिर जरूरत के नाम पर अगर नौकरियों की बंदरबांट अपनों के लिए ही हुई है तो जवाब देना ही होगा। और अगर दामन पाक साफ है तो फिर घबराहट और बेचैनी किस बात की?
आग खुद देखिए कैसे एक के बाद एक पत्रकारों ने जब प्रेमचंद अग्रवाल की ग्रिलिंग शुरू की तो वे प्रेम छोड़ मानो पत्रकारों से ही जंग के मूड में नजर आए! आखिर विशेषाधिकारों के नाम पर अपने खासमखास लोगों को नौकरी और प्रमोशन पर प्रमोशन देते जायेंगे तो सवाल उठेंगे ही।