देहरादून: योगगुरु रामदेव लगातार अपने बड़बोले बयानों से ‘आयुर्वेद बनाम एलोपैथी’ के नाम पर भड़की आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। अब सियासी सवाल-जवाब कांग्रेस और बीजेपी में भी छिड़ गए हैं। कांग्रेस जहां रामदेव पर एक्शन की माँग कर रही वहीं बीजेपी ने इस पर चुप्पी साध रखी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बाबा को ‘बिहाइंड द बार’ भेजने की मांग की है। वहीं बचते बचाते तीरथ सरकार के प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ‘सब अपना अपना काम करे’ की नसीहत देते दिख रहे हैं। सुनिये प्रीतम सिंह और सुबोध उनियाल ने क्या कहा?
वैसे मामला प्रधानमंत्री तक पहुंच चुका है क्योंकि आईएमए ने पीएम को चिट्ठी लिख एक्शन की माँग की है। लेकिन विवाद बढ़ाने में लगातार बाबा का साथ दे रहे हैं उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण! बालकृष्ण इसे हिन्दू बनाम ईसाई का एंगल देने के लिए कई ट्विट कर चुके हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की उत्तराखंड इकाई ने पतंजलि योगपीठ के प्रमुख स्वामी रामदेव को बुधवार को एक हजार करोड़ की मानहानि का अवमानना नोटिस भेज दिया है। आईएमए ने मांग की है कि योगगुरु रामदेव एलोपैथी को ‘स्टूपिड और दिवालिया साइंस’ करार देने वाले अपने वीडियो के बदले माफी का नया वीडियो जारी करें और वो भी 15 दिनों के भीतर अन्यथा उनपर आईएमए 1000 करोड़ रु का मानहानि दावा ठोकेगा।
इस बीच बाबा रामदेव का एक और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें योगगुरु #arrestbabaramdev कैंपेन के ट्विटर पर ट्रेंड करने पर प्रतिक्रिया देते कहते हैं कि किसी के बाप में दम नहीं जो रामदेव को अरेस्ट कर सकता है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में कभी शोर मचाते हैं कि अरेस्ट करो, कभी चलाते है कि ठग रामदेव, कभी महाठग रामदेव और कुछ चलाते हैं अरेस्ट रामदेव, कुछ लोग चलाते हैं चलाने दो इनको।
इससे पहले अपने वीडियो पर बवाल मचने और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री की चिट्ठी के बाद योगगुरु रामदेव ने माफी तो माँगी लेकिन जल्दी ही एलोपैथी पर 25 सवालों की बौछार भी कर दी थी। हालाँकि उनके बेतुके सवालों पर लोग जमकर उन्हीं का मज़ाक़ उड़ा रहे।