देहरादून-
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और वनाधिकार आन्दोलन प्रणेता किशोर उपाध्याय ने कोरोना के बीच चारधाम स्थगित करने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस नेता किशोर ने कहा है कि ऐसे हालात में यात्रा स्थगित करना ठीक ही क्योंकि जीवन बचेगा तो आस्था भी बचेगी. इसी के साथ किशोर उपाध्याय ने डबल इंजन सरकार से मांग की है कि जिन लोगों की रोजी रोटी चारधाम यात्रा पर निर्भर करती है अब उनको हर महीने सात हजार रु की मदद दी जाए.
किशोर ने सवाल उठाया कि उनका क्या होगा जो इस सीजन के आने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे?
“बस, टैक्सी, मैक्सी, ढाबे वाले, होटल वाले, घोड़े वाले, पालकी वाले, दुकानदारों, प्रसाद बेचने वालों, पुरोहितों, धर्मशालाओं में काम करने वालों आदि-आदि का क्या होगा?”
कांग्रेस नेता ने मांग की है कि यात्रा पर निर्भर तबके का बिजली-पानी बिल माफ़, स्कूल फ़ीस माफ़ करने के साथ साथ टैक्स उगाही स्थगित की जाए और हर तरह की ऋण उगाही स्थगित की जाए.
किशोर उपाध्याय ने कहा कि मनरेगा की मज़दूरी और कार्य दिवस बढ़ाये जाएं. उन्होंने कहा कि यह अवाम के ज़िंदा रहने के सूत्र व सिद्धांत हैं. आशा है, दोनों सरकारें सुझावों को स्वीकार करेंगी
शरीरम् खलु धर्म साधनम्।
जीवित रहेंगे, तो, धर्म-कर्म भी हो जायेगा.
लेकिन क्या सरकार के कर्तव्य की इन चंद शब्दों में इति श्री हो गयी?
किशोर उपाध्याय ने सवाल किया कि हमारी प्रवृति व कर्मों के कारण ज़ब हमारे आराध्य हमारा मुँह नहीं देखना चाहते तो अब आप ज़बरदस्ती कपाट क्यों खोल रहे?