चमोली: अब इसे आपदा में अवसर कहेंगे! या महामारी में भी स्वास्थ्य महकमे के बीमार होने का सबूत! कल्पना कीजिए होम आइसोलेशन में रहकर जो लोग कोविड जंग लड़ रहे हैं उनके लिए ‘बीमार’ महकमा कैसी-कैसी सौगात बांट रहा है. कोविड किट बाँटे तो थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर ही उड़ा डाले! जी हाँ, जोशीमठ क्षेत्र में इन दिनों कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन किट दिए जा रहे हैं लेकिन किट में कई कमियां सामने आ रही हैं. लोगों की शिकायतें आ रही हैं कि किट में थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर मौजूद नहीं है जिससे घर में इलाज कर रहे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग जोशीमठ में बुखार नापने और ऑक्सीजन नापने की मशीन तक उपलब्ध नहीं है. अब इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरीके से यहां कोविड पीड़ित मरीजों का इलाज हो रहा होगा
कांग्रेस नेता कमल रतूडी और हरीश भंडारी ने इस गंभीर विषय को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि सीमांत क्षेत्र जोशीमठ में इस तरीके की लापरवाही होना दुखद है. उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. कमल रतूडी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और डॉक्टर झूठ बोल कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.
आरोप लगाया कि किट में केवल दवाइयां उपलब्ध हैं, थर्मामीटर नहीं दिया जा रहा है, साथ ही पल्स ऑक्सीमीटर भी किट में मौजूद नहीं है। इससे मरीज को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है
जोशीमठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ज्योत्सना नैथवाल का कहना है कि अस्पताल में इस तरीके की कोई कमी नहीं है, बुखार, सर्दी, जुखाम और खांसी के मरीजों का कोविड टेस्ट कराया जा रहा है. उनका कहना है कि अस्पताल में सभी चीजों की व्यवस्थाएं की गई हैं.
बहरहाल अगर इस तरीके की समस्याओं को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ पर ही सवाल उठ रहे हैं तो ये महामारी में बड़ी चिन्ता का सबब बना हुआ है.
रिपोर्ट: नितिन सेमवाल, स्थानीय पत्रकार, चमोली