दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी CBSE की बारहवीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर आज हो सकता है बड़ा ऐलान! बताया जा रहा है कि फैसले से पहले केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उनकी हरीझंडी लेंगे। कोरोना के चलते दसवीं की बोर्ड परीक्षा पहले ही रद्द हो चुकी है और बारहवीं की परीक्षा रद्द कराने को लेकर माँग की जारी रही है। सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका पर सुनवाई चल रही है जिसकी अगली डेट तीन जून तय है।
मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर कहा जा रहा है कि शिक्षा मंत्रालय परीक्षा कराने को लेकर अपना प्रोपोजल बना चुका है और जुलाई के आखिरी हफ्ते से लेकर 15 अगस्त से पहले पहले परीक्षा करा लेना चाहता है। हालाँकि कई राज्यों के विरोध और कई जगहों से परीक्षा टाल देने कि उठ रह माँगों के चलते शिक्षा मंत्रालय के लिए पीएमओ से हरी झंडी लेना जरूरी है क्योंकि ये विषय बेहद गंभीर है और सुप्रीम कोर्ट में भी मामला विचाराधीन है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंत्रालय ने बारहवीं की परीक्षा कराने के लिए तीन प्रस्ताव तैयार किए हैं।
पहला प्रस्ताव, ये कि साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स स्ट्रीम के मुख्य विषयों की ही परीक्षा ली जाए, उसी आधार पर अन्य विषयों के नंबर दिए जाएँ।
दूसरा प्रस्ताव, ये कि ऑब्जेक्टिव सवालों का 30 मिनट का प्रश्नपत्र दें और विषय भी सीमित रखें जाएँ।
तीसरा विकल्प, ये कि महामारी के खतरे को देखते हुए नौंवी, दसवीं और ग्यारहवीं के परिणाम का आकलन कर बारहवीं के अंक दे दिए जाएँ।
ग़ौरतलब है कि 23 मई को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बोर्ड परीक्षा पर महामंथन हो चुका, जिसके बाद 25 मई तक राज्यों को सुझाव देने थे। 32 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने परीक्षा पर अपने सुझाव शिक्षा मंत्रालय को भेजे जिनमें 29 राज्यों ने परीक्षा पर सहमति दी लेकिन डेढ़ घंटे की ही परीक्षा ली जाए।
अब कल मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दो दिन का वक़्त माँगा था लिहाजा तीन जून की सुनवाई से पहले सरकार को फैसला लेना ही होगा। ऐसे में बच्चों और अभिभावकों का इंतजार आज खत्म हो सकता है।