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उत्तराखंड अधिकारी कार्मिक शिक्षक महासंघ का विस्तार, 76 पदाधिकारियों को दायित्व, कार्यकारी अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा- महासंघ ने अल्पकाल में गोल्डन कार्ड, शिथिलीकरण नियमावली जैसे मुद्दों पर कार्मिक हितों की बड़ी लड़ाई जीती

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देहरादून: उत्तराखंड अधिकारी कार्मिक शिक्षक महासंघ का हुआ विस्तार। 3 अक्तूबर एवं 20 अक्तूबर को सम्पन्न उत्तराखण्ड अधिकारी-कार्मिक-शिक्षक महासंघ की बैठक में लिये गये निर्णयानुसार महासंघ की कार्यकारिणी का विस्तार किया गया है।

इसके तहत बुधवार को महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष दीपक जोशी की ओर से प्रदेश के विभिन्न कार्मिक सेवा संघों, जिनके द्वारा महासंघ के गठन पर अपना समर्थन व सहयोग दिया है, के 76 प्रबुद्ध व अनुभवी पदाधिकारियों को महासंघ में वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव (संगठन), महासचिव, अतिरिक्त महासचिव, संगठन मंत्री(गढवाल), संगठन मंत्री(कुमाऊं), संगठन मंत्री, संयुक्त सचिव, प्रचार व प्रकाशन सचिव, प्रवक्ता/ मीडिया प्रभारी, सम्प्रेक्षक, कोषाध्यक्ष, सह-कोषाध्यक्ष के पदों पर मनोनीत/चयन किये जाने की सूची जारी की गई है।

साथ ही डा0 महावीर सिंह बिष्ट, अपर निदेशक, शिक्षा गढ़वाल मण्डल को महासंघ का मुख्य सलाहकार मनोनीत/नामित गया है। पी0डी0 गुप्ता, अध्यक्ष, राजकीय पेंशनर्स एसोसिएशन एवं राकेश शर्मा, अध्यक्ष, ऊर्जा कामगार संगठन को उत्तराखण्ड अधिकारी-कार्मिक-शिक्षक महासंघ के संरक्षक के रूप में मनोनीत किया गया है।

इसके साथ-साथ महासंघ की कार्यकारिणी सदस्य के रूप में मंडल एवं जनपदों के संयोजक/अध्यक्ष एवं महासचिव को पदेन सदस्य बनाया गया है।

दरअसल कार्मिक शिक्षक महासंघ का गठन राज्य के समस्त कार्मिकों के हितों की रक्षा करने के उद्देश्य से किया गया है। महासंघ ने पुलिस ग्रेड पे 4600 से लेकर गोल्डन कार्ड और शिथिलीकरण नियमावली 2010 जैसे मसलों को लेकर राज्य सरकार के साथ बेहतर तालमेल, तथ्यपरक पैरवी और ज़ोरदार वकालत कर सकारात्मक नतीजे हासिल किए हैं।

अब महासंघ पुरानी पेंशन बहाली और एसीपी जैसी लंबित माँगों पर लड़ाई का आह्वान कर चुका है। महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा है कि इस मंच के माध्यम से राज्य के समस्त कार्मिकों की जायज माँगों को प्रभावी तरीके से उठाया जा रहा है और आगे भी अपने हितों को लेकर सरकार से सामंजस्य बिठाकर कार्य किया जाएगा।

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