कर्नाटक: माननीयों द्वारा बदज़ुबानी नई बात नहीं लेकिन जब लोकतंत्र के मंदिर समझे जाने वाले सदन में भी माननीय मर्यादा लांघने लगे तो पार्टियों की ख़ामोशी काँटे की तरह चुभने लगती है। कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने नारी शक्ति को लेकर न को लेकर न केवल बेहद शर्मनाक बयान दिया बल्कि उनकी इस बदज़ुबानी पर एक्शन की बजाय स्पीकर महोदय भी हँसते रह गए। कहने को अब कांग्रेस विधायक ने माफी मांग ली है लेकिन महिलाओं को लेकर अपनी औछी सोच का नजारा पेश कर चुके विधायक को कांग्रेस कब तक सिर माथे बिठाए घूमती रहेगी, यह बड़ा सवाल है।
हुआ यूं कि गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा में किसानों के मुद्दे पर विपक्षी विधायक चर्चा चाहते थे। इसी दौरान कांग्रेस विधायक ने शर्मनाक बयान देते कहा कि एक कहावत है कि जब रेप होना ही है तो लेट जाओ और इसके मजे लो। इससे भी ज्यादा चौंकाने और शर्मनाक हरकत करते नजर आए कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी। विधानसभा अध्यक्ष विधायक के इस बेहूदा बयान पर फटकार या कार्यवाही की बजाय हँसते रहे।
दरअसल जब विधायक किसानों के मुद्दे पर चर्चा की मांग पर अड़े थे तो विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अगर सबको बोलने का मौका दिया जाएगा तो सत्र कैसे पूरा होगा? आगे विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि, ‘जो भी आप लोग तय करेंगे, मैं हां कर दूंगा। मैं सोच रहा हूं कि हम सब को इस हालात का आनंद लेना चाहिए। मैं इस सिस्टम को कंट्रोल या रेगुलेट नहीं कर सकता हूं। मेरी चिंता बस यह है कि सदन की कार्यवाही पूरी हो जानी चाहिए।’
कांग्रेस विधायक ने कहा- एंजॉय रेप
विधानसभा अध्यक्ष हेगड़े कागेरी के अनुमति देने के बाद कांग्रेस विधायक रमेश कुमार ने उनकी तुलना रेप पीड़िता से कर दी और कहा कि एक पुरानी कहावत है कि जब रेप होना ही है तो लेट जाओ और मजे लो। आपकी हालत भी ऐसी ही है, इसलिए आप भी मजे लीजिए। कांग्रेस विधायक के इस बयान पर विधानसभा अध्यक्ष सहित कई और सदन में उपस्थित विधायक एक साथ ठहाके लगाते दिखे।
बेहूदा बयान पर बवाल मचने पर विधायक ने मांग ली है माफी
कर्नाटक विधानसभा में दिए अपने शर्मनाक बयान पर विवाद खड़ा होने पर अब कांग्रेस विधायक रमेश कुमार ने माफी मांग ली है। विधायक ने ट्वीट कर कहा, ‘विधानसभा में रेप पर दिए गए अपने बयान पर मैं माफी मांगता हूं। ऐसे गंभीर अपराध का जिक्र मजे के तौर पर करने का मेरा इरादा नहीं था। आगे से अपने शब्दों का चुनाव करते समय मैं सावधानी रखूंगा।’
इससे पहले अगस्त में हुए एक रेप केस के बाद गृह राज्य मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने विवादित बयान दे दिया था कि महिला और उसके पुरुष मित्र को अकेले सुनसान जगह नहीं जाना चाहिए था। बाद में बवाल मचा तो बयान वापस लिया था।