दिल्ली: पैगम्बर मोहम्मद पर भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता रहते नूपुर शर्मा द्वारा की गई विवादित टिप्पणी के बाद अरब देशों ने सख्त एतराज दर्ज कराया तो भाजपा ने नूपुर शर्मा और उनका समर्थन करने वाले दिल्ली भाजपा मीडिया हेड नवीन कुमार जिंदल पर एक्शन कर दिखाया। अब ख़बर आ रही है कि भाजपा ने अरब देशों की सख्त होते रुख के मद्देनजर अपने हेट स्पीच एक्सपर्ट नेताओं को जुबान संभाल कर बोलने की हिदायत दे दी है। बताया जा रहा है कि भाजपा ने धार्मिक मुद्दों पर अक्सर भड़काऊ बयान दे डालने वाले नेताओं की बाकायदा एक सूची बनाकर जुबान पर कंट्रोल रखने का संदेश दे दिया है।
अब भाजपा ऐसे नेताओं की पहचान कर रही है जिन्होंने मोदी सरकार के आठ वर्षों में और कुछ किइस हो या न किया हो लेकिन हेट स्पीच के तौर पर अपनी एक्सपर्टीज से खूब धार्मिक माहौल बिगाड़ने के प्रयास किए। सूत्रों की माने तो ऐसे 38 नेताओं की सूची बनाई गई है जिनमें से 27 नेताओं को ऐसी बयानबाजी से बचने को ताकीद किया गया है।
साथ ही इन नेताओं को यह भी सख्त संदेश दिया गया है कि वे धार्मिक मुद्दों पर बयान देने से पूर्व पार्टी नेतृत्व से मंजूरी जरूर लें। भास्कर में छपी खबर के मुताबिक मोदी सरकार के आठ वर्षों में आईटी एक्सपर्ट के हवाले से पता चला है कि करीब 5200 बयान गैर जरूरी पाए गए और 2700 बयानों में तो कई शब्दों को संवेदनशील माना गया है। सूची में शामिल किए गए 38 नेताओं के बयान धार्मिक मान्यताओं को आहत करने वाली श्रेणी के मिले हैं।
भाजपा के नफरती भाषणबाज नेताओं में अनंत कुमार हेगड़े, संगीत सोम, साक्षी महाराज, विनय कटियार, गिरिराज सिंह, प्रताप सिन्हा, महेश शर्मा, विक्रम सैनी, तथागत राय, राजा सिंह और शोभा करंदलाजे आदि शामिल हैं।
दरअसल भारत में मुस्लिमों की स्थिति को लेकर इस्लामिक सहयोग संगठन यानी OIC ने भारत की आलोचना की है और UN से मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है जिसका भारत ने विरोध करते हुए इसे OIC का संकीर्ण बयान करार दिया है। भारत ने कहा है कि कुछ लोगों की अमर्यादित टिप्पणी भारत सरकार के विचारों को प्रदर्शित नहीं करती है।
कतर, कुवैत, यूएई, जॉर्डन, इंडोनेशिया और ईरान सहित कई देशों की पैगम्बर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद नाराजगी दिख रही है। यहां तक कि कुवैत के कई सुपर स्टोर्स ने भारत में बने प्रोडक्ट्स की बिक्री रोक दी है।