तिरुवनंतपुरम: NEET परीक्षा में नकल रोकने के नाम पर एग्जाम देने पहुंची छात्राओं से ब्रा उतरवाने का मामला सामने आया है और एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। रविवार को केरल के कोल्लम जिले के मार्थोमा इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET 2022 देने पहुंची छात्राओं से ब्रा उतारकर ही एग्जाम देने को कहा गया। जब छात्राओं ने ब्रा निकालने से मना किया तो एक महिला कर्मचारी द्वारा कह दिया गया कि ऐसा न करने पर एग्जाम में नहीं बैठने दिया जाएगा।
दावा किया गया कि सिक्योरिटी चेक के दौरान ब्रा के हुक के संपर्क में आने पर मेटल डिटेक्टर की बीप बजी जिसके बाद छात्राओं को ब्रा उतारकर आने के बाद ही एग्जाम में बैठने देने का फरमान सुना दिया गया। केरल से आ रही मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक छात्रा के पिता ने इस घटना के बाद एग्जाम सेंटर संचालकों पर मुकदमा दर करा दिया है। शिकायती पत्र में छात्रा के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने इनरवियर से भरा एक कमरा देखा था। जाहिर है इस घटना के बाद छात्राएं मानसिक तौर पर प्रताड़ित महसूस कर रही हैं।
केरल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोल्लम पुलिस चीफ केबी रवि ने इस घटना के बाद एफआईआर दर्ज करने की पुष्टि कर दी है। केरल की उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने कहा है कि जो हुआ वह गंभीर चूक की तरफ इशारा करता है और ऐसी घटना को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
चिंताजनक बात यह है कि जब NEET परीक्षा प्रोटोकॉल में ब्रा जैसे अंडरगार्मेंट्स का जिक्र तक नहीं फिर ऐसी घटना कैसे हो गई? ज्ञात हो कि एग्जाम सेंटर में किसी भी छात्र छात्रा को धातु की चीज या सामान पहनकर जाने की अनुमति नहीं है और इसे एग्जाम में नकल आदि धोखाधड़ी से बचने के उपाय के तौर पर देखा जाता है। लेकिन बेल्ट का इस श्रेणी में जिक्र है और ब्रा का नहीं फिर भी घटना हो जाती है। सवाल है कि दोषी कौन? एक्शन क्या होगा?