देहरादून: हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों से आए उपचुनाव नतीजों के बाद संभली भाजपा अब चुनावी राज्य उत्तराखंड में ताबड़तोड़ संपर्क अभियान में जुट गई है। पार्टी नेतृत्व जमीन पर काडर को उतार चुका है तो कैंपेन कुरुक्षेत्र में अभी से दिग्गजों को उतारकर भाजपा कांग्रेस पर बढ़त बना लेना चाह रही है। बुधवार को प्रदेश हेडक्वार्टर्स से पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक ने सघन महासंपर्क अभियान ‘घर घर भाजपा, हर घर भाजपा’ लॉन्च कर दिया जिसके जरिए प्रदेश के 11,235 बूथों पर ‘मेरा परिवार-भाजपा परिवार’ किट भेजी जा रही है। अगले एक डेढ़ हफ्ते में भाजपा के दो लाख कार्यकर्ता प्रदेश के 70 लाख से अधिक वोटर्स तक डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां लेकर जाएंगे। इस अभियान में एक कार्यकर्ता से लेकर मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष यानी हर पदाधिकारी जुट गया है।
11 नवंबर यानी गुरुवार को संगठन के प्रभारी, सह-प्रभारी, चुनाव प्रभारी, सह-प्रभारी दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर पहुँच रहे हैं। 15 और 16 नवंबर को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा देवभूमि दौरे पर रहेंगे। नड्डा को कुमाऊं में अल्मोड़ा व रुद्रपुर में उतारकर चुनावी कैंपेन को धार देने की तैयारी है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा है कि पार्टी ने 11 नवंबर से लेकर 30 नवंबर तक केन्द्रीय नेताओं व प्रदेश नेताओं के कार्यक्रम तय कर दिए हैं। कौशिक ने कहा है कि पार्टी सभी 252 मंडलों और 70 विधानसभा सीटों पर दूसरे चरण के कार्यक्रम करेगी और मोर्चों के सम्मेलन भी होंगे।
खास रणनीति के तहत भाजपा कुमाऊं पर फोकस कर रही है और प्रधानमंत्री मोदी पिछले दिनों में लगातार दो बार ऋषिकेश एम्स और केदारनाथ यानी गढ़वाल क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं। अब पार्टी की तैयारी कुमाऊं कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के चुनावी दौरे कुमाऊं में कराए जाने की तैयारी है। नड्डा 15-16 के दो दिवसीय दौरे में कुमाऊं में कई जगह प्रवास करेंगे। जबकि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के भी इसी महीने के अंत तक या दिसंबर शुरू में देवभूमि दौरे का कार्यक्रम बन रहा है।
इसके मुकाबले कांग्रेस की कैंपेन का सारा दारोमदार अभी भी पूर्व सीएम और कैंपेन कमांडर हरीश रावत के कंधों पर ही दिख रहा है। राष्ट्रीय नेतृत्व की बात की जाए तो सिर्फ देवेन्द्र यादव ही पहाड़ चढ़ रहे हैं। यादव 11 नवंबर से पांच दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर कुमाऊं में विभिन्न सीटों पर कार्यक्रमों में शामिल होंगे। लेकिन जिस रफ्तार से मोदी-शाह ने देवभूमि की धरती पर सक्रियता दिखा दी है और भाजपा ने केन्द्रीय नेताओं के 30 नवंबर तक के दौरे तय कर दिए हैं, उसके मुकाबले कांग्रेस की तैयारी क्षेत्रीय स्तर तक सिमटी नजर आती है। उधर, आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल भी हल्द्वानी दौरे के बाद से पहाड़ चढ़ते नहीं दिख रहे। अब जरूर पार्टी सूत्रों ने दावा किया है कि नवंबर आखिर तक केजरीवाल का देवभूमि दौरा तय हो रहा है।
जाहिर है 22 बैटल को लेकर जिस तरह से भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व पूरी तरह से चुनावी मोड में आकर उत्तराखंड की सियासी पिच पर बैटिंग करने उतर चुका है, उसके मुकाबले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी नेतृत्व को दम दिखाने को मैदान में कहीं और ज्यादा सक्रिय होना पड़ेगा।