धामी की धुआंधार बैटिंग जारी: विभाग बंटवारे में त्रिवेंद्र-तीरथ से तेज निकले
सतपाल, यशपाल, हरक, धनदा हुए और क़द्दावर
देहरादून: पहले शपथ लेने के 24 घंटे के भीतर चीफ सेक्रेटरी चेंज और अब 48 घंटे में मंत्रियों को विभाग बांटकर त्रिवेंद्र-तीरथ से तेज चाल का अहसास करा दिया है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने। धामी ने धुआंधार बैटिंग जारी रखते हुए साढ़े चार साल से सूबे के एक अदद स्वास्थ्य मंत्री के इंतजार को भी खत्म कर दिया है। डॉ धन सिंह रावत को सूबे का स्वास्थ्य मंत्री बनाकर उनका कद काफी बढ़ा दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने अपने कोटे वाले कुछ भारी-भरकम विभाग मंत्रियों में बाँटकर उनको साधने का अच्छा दांव खेला है। सीएम धामी के पास अब 15 विभाग हैं जबकि मंत्रियों में महाराज के पास 8 विभाग, हरक सिंह रावत और सुबोध उनियाल के पास 7-7 और यशपाल आर्य और अरविंद पांडे के पास 6-6 विभाग हैं। जबकि बंशीधर भगत और डॉ धन सिंह रावत के पास 5-5 विभाग और चुफाल, रेखा आर्य, गणेश जोशी और स्वामी यतीश्वरानंद को 4-4 विभाग दिए गए हैं।
सीएम धामी ने विभाग बंटवारे में जहां, तीन वरिष्ठ मंत्रियों सतपाल महाराज को राज्य संपत्ति अलग कर PWD देकर खुश करने की कोशिश की हैं, वहीं हरक सिंह रावत को ऊर्जा और यशपाल आर्य को आबकारी देकर मन की टीस दूर करने का दांव चला है। जबकि धन सिंह रावत को सूबे का स्वास्थ्य मंत्री बनाकर कोविड महामारी के मुश्किल वक्त में कुछ कर दिखाने की चुनौती दी है तो साथ ही मेडिकल एज्युकेशन देकर इनाम भी दिया है ताकि दोनों में तालमेल बिठाकर रिजल्ट दे सकें। हालाँकि चर्चा है कि महाराज चाहते तो पॉवर यानी ऊर्जा विभाग और आबकारी थे लेकिन PWD पाकर भी खुश होंगे।
चर्चा है कि हरक सिंह रावत की मन की मुराद तो मेडिकल एज्युकेशन पाने की थी लेकिन सीएम धामी ने ऊर्जा देकर असंतुष्ट हरक दा को खुश करने की कोशिश की है। जबकि यशपाल आर्य को आबकारी विभाग देकर असंतोष दूर करने का दांव खेला है। वहीं अपने मित्र यतीश्वरानंद, जो धामी कैबिनेट में धनदा और रेखा आर्य के साथ एलिवेट होकर कैबिनेट मंत्री बने हैं उनको ग्राम्य विकास देकर पाए PMGSY का सड़कों के निर्माण का ज़िम्मा सौंपकर और वज़नदार बनाया है।
किसके पास क्या?
मुख्यमंत्री ने अपने पास सतर्कता, कारागार, नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड एवं अर्द्ध सैनिक कल्याण, राज्य संपत्ति, राजस्व, न्याय, सूचना, तकनीकी शिक्षा, वित्त आदि विभाग रखे हैं।
मंत्री सतपाल महाराज के पास सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, लघु सिंचाई, जलागम प्रबंधन, पर्यटन, धर्मस्व, लोक निर्माण विभाग की जिम्मेदारी है।
हरक सिंह रावत को वन, पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन, आयुष, आयुष शिक्षा, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा विभाग मिले हैं।
बंशीधर भगत को खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, शहरी विकास, आवास मिले हैं।
यशपाल आर्य के पास आबकारी, परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, निर्वाचन विभाग हैं।
बिशन सिंह चुफाल को पेयजल, वर्षा जहल संरक्षण, ग्रामीण निर्माण, जनगणना विभाग मिले हैं।
सुबोध उनियाल को कृषि, कृषि शिक्षा, कृषि विपणन, उद़यान एवं कृषि प्रसंस्करण, उद्यान एवं फलोद्योग मिले हैं।
अरविंद पांडेय को विदेयालयी शिक्षा बेसिक व माध्यमिक, युवा कल्याण, पंचायती राज विभाग मिले हैं।
गणेश जोशी को सैनिक कल्याण, औद्योगिक विकास, लघु सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम विभाग मिले हैं।
डॉ धन सिंह रावत को सहकारिता, प्रोटोकॉल, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रेखा आर्य को महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास, पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन विभाग मिले हैं।
यतीश्वरानंद को भाषा, पुनर्गठन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग और ग्राम्य विकास विभाग सौंपा गया है।