देहरादून/दिल्ली: तीरथ से ताज छिन चुका है और अब नए चेहरे को लेकर ऐलान 3 बजे विधानमंडल दल की बैठक में हो जाएगा। मिशन 2022 को लेकर समीकरण और हालात के मद्देनज़र पूर्व सीएम टीएसआर, मंत्री महाराज, धनदा, निशंक और कौशिक जैसे नामों का चर्चा हो रही। लेकिन एक ऐसा सरप्राइज़ नाम भी है जो सीएम रेस में तेजी से दौड़ने लगा है और वह नाम है कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल का। सीमांत पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट विधानसभा सीट से पांच बार के विधायक चुफाल निशंक राज में प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। यानी सरकार और संगठन दोनों का तजुर्बा है और ‘ना काहू से दोस्ती न काहू से बैर’ वाली राजनीतिक छवि भी।
ऐसे में जब कई फ़ैक्टर्स के चलते सतपाल महाराज का विरोध हो सकता है, धन सिंह रावत के रास्ते मंत्रिपरिषद में सबसे निचले पायदान पर होना रोड़ा बन सकता है, निशंक तथा कौशिक जैसे चेहरों का विरोध हो सकता है तब चुफाल चुनावी जंग के लिहाज से दमदार चेहरे होंगे या नहीं इस पर बहस हो सकती है लेकिन सबको साथ लेकर चलने के नाम पर तवज्जो मिल सकती है। चुफाल के पक्ष में एक और सबसे बड़ा फैक्टर काम कर सकता है।
जी हाँ चुफाल को राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का परदे के पीछे से फुल बैकअप मिल रहा है। दिल्ली और प्रदेश स्तर पर जानकार सूत्रों ने इसका खुलासा किया है। उत्तराखंड की प्रदेश राजनीति में भले सांसद अनिल बलूनी का अभी कोई खास वज़ूद न हो लेकिन दिल्ली दरबार में उनकी खासी धमक है और मुख्यमंत्री की रेस में भले पिछली बार भी वे पिछड़ गए हों लेकिन बीजेपी अंदरूनी राजनीति में उनसे उलझकर कोई मुख्यमंत्री लंबा नहीं चल सकता। यानी भले बलूनी सीएम न बन पा रहे हों लेकिन किसी के भी समीकरण बनाने-बिगाड़ने का खेल वह खूब खेल सकते हैं।
सियासी गलियारे में खूब चर्चा इसकी भी है कि ये महज संयोग है कि जब जब बलूनी प्रदेश आए मुख्यमंत्री बदल गए। अनिल बलूनी फरवरी आखिर में अपने गांव की यात्रा पर आए थे और उनका एक बयान ख़ासा चर्चा में रहा था जिसमें उन्होंने कहा था कि 2022 का चुनाव मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा और फिर चंद दिनों में टीएसआर को चलता कर दिया गया था। रामनगर चिन्तिन शिविर में भी बलूनी पहुँचे और संयोग है कि तीरथ को चलता कर दिया गया है। जाहिर है ये महज संयोग ही होगा।
अब बीजेपी कॉरिडोर्स में बिशन सिंह चुफाल को मिल रही बलूनी की बैकअप की चर्चा जोर पकड़ रही है। वैसे चंद घंटों बाद यानी तीन बजे नया चेहरा सामने होगा तभी ठीक ठीक पता चलेगा कि किस लॉबी को कामयाबी हाथ लगी।