देहरादून: रविवार से शुरू होकर दो दिन तक चले मूसलाधार बारिश के दौर ने उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में तबाही का तांडव मचाया है। गुरुवार को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का करीब दो घंटे हवाई सर्वेक्षण कर आसमानी आफत से हुए नुकसान का आकलन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ़्टिनेंट जनरल( रिटायर्ड) गुरमीत सिंह भी केन्द्रीय गृहमंत्री के साथ रहे। इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम, मंत्रियों, मुख्य सचिव, डीजीपी और सरकार के आलाधिकारियों के साथ बैठक कर हालात का अपडेट लिया।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में अमित शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने 24 घंटे पहले उत्तराखंड में आपदा का अलर्ट जारी कर दिया था जिसका मैसेज अधिकतर मोबाइल यूज़र्स तक भी समय पर पहुँचा दिया गया। इसका नतीजा यह रहा कि भारी आपदा के बावजूद जान और माल का कम से कम नुकसान हुआ। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केन्द्र सरकार आपदा की मुश्किल घड़ी में देवभूमि के साथ खड़ी है।
हालांकि आपदा से हुए नुकसान का आकलन करने देवभूमि आए गृहमंत्री ने फिलहाल किसी राहत पैकेज का ऐलान नहीं किया। शाह ने कहा कि कुछ माह पहले डिज़ास्टर मद में राज्य को केन्द्र से 250 करोड़ रु एडवांस में मिले हैं जिसका इस्तेमाल और राज्य सरकार अपने ख़ज़ाने से राहत व मदद पहुँचाने का काम कर रही है।
गृहमंत्री ने कहा कि केन्द्र ने समय पर राज्य को अलर्ट कर दिया था जिसके बाद त्वरित रिस्पांस देते हुए सीएम धामी की अगुआई में सरकार ने 24 घंटे पहले ही चारधाम यात्रा रोक दी जिससे किसी भी यात्री के हताहत होने की खबर नहीं आई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सीएम ने पूरी क्षमता के साथ इस भीषण आपदा का प्रबंधन कार्य संभाला और केन्द्र के साथ बेहतर तालमेल व त्वरित रिस्पांस से जान-माल को कम से कम करने में अहम भूमिका निभाई।
अमित शाह ने कहा कि नैनीताल, हल्द्वानी और अल्मोड़ा की तीन सड़कों को छोड़कर बाकी सभी सड़क मार्गों को खोला जा चुका है। तथा आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बिजली-पानी की आपूर्ति बहाल कर दी गई है और क्षतिग्रस्त रेललाइन की मरम्मत का काम भी शुरू हो गया है। शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार की तमाम मशीनरी राज्य सरकार के साथ तालमेल से काम कर रही और केन्द्रीय गृह मंत्रालय की टीम जल्द आकर सर्वे कार्य करेगी।
केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा कि अभी तक आधिकारिक तौर पर 64 लोगों की मौत और 11 लोगों के लापता होने की जानकारी है। हालाँकि माना जा रहा था कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह हवाई सर्वेक्षण के बाद इस भीषण आपदा से उबरने को लिए राज्य के लिए बड़े आपदा राहत पैकेज का ऐलान कर सकते हैं लेकिन अमित शाह ने किसी तरह के पैकेज का तत्काल ऐलान नहीं किया।
दरअसल एक दिन पहले ही राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि इस आपदा से राज्य को 5 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री धामी के इसी नुकसान के आकलन के एवज में गृहमंत्री शाह पैकेज का ऐलान करेंगे। दरअसल दो दिनी बारिश ने न केवल सड़कों, पुलों, मार्गों को डैमेज किया है बल्कि बड़ी तादाद में बिजली व पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। साथ ही लोगों की फ़सलों को भी भारी नुकसान हुआ है।