Ankita Bhandari Murder Case, her father demands to arrest Dr Vinod Arya: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सख्ती के बाद पौड़ी गढ़वाल जिले की यमकेश्वर तहसील के उदयपुर पल्ला -2 के पटवारी वैभव प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है। पटवारी वैभव पर अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने गंभीर आरोप लगाए थे कि अंकिता के रिजॉर्ट में न होने की खबर के बाद वे पटवारी चौकी रिपोर्ट लिखान पहुंचे तो वे आरोपी पुलकित आर्य, उसके पिता डॉ विनोद आर्य आदि के साथ बैठा रहा और उनको ढाई घंटे इंतजार कराया।
बावजूद इसके शिकायत दर्ज नहीं की और फिर पटवारी उच्चाधिकारियों को केस के बारे में बिना बताए छुट्टी पर चला गया। साफ है पटवारी ने पैसे या रसूख के चलते हत्याकांड के मुख्य आरोपी और उसके पिता भाजपा से निष्कासित नेता डॉ विनोद आर्य को फायदा पहुंचाने की कोशिश की। अब इन्हीं सभी वजहों के चलते अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने पुलकित के पिता और रसूखदार विनोद आर्य द्वारा सबूत मिटाने की आशंका व्यक्त करते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग की है।
वीरेंद्र भंडारी ने कहा है कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि वह अपने रसूख के दम पर हत्याकांड से जुड़े साक्ष्यों को मिटा देंगे। अंकिता के पिता ने विनोद आर्य को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है।
अंकिता के पिता का आरोप है कि 20 सितंबर से ही पुलकित का पिता सबूत मिटाता दिख रहा है। राजस्व पुलिस से मिलीभगत के चलते ही पीड़ित होने के बावजूद उनकी शिकायत तक दर्ज नहीं होने दी गई थी। पुलकित और उसके पिता के प्रभाव में पटवारी वैभव सिंह उनको घुमाता रहा और हत्यारोपी की शिकायत पर ही गुमशुदगी दर्ज की।