- बीजेपी के गले की फाँस बनी हरक वर्सेस त्रिवेंद्र ज़ुबानी जंग
- प्रदेश नेतृत्व के प्रयास बेअसर मुख्यमंत्री धामी दिख रहे बेख़बर
- जनता में ज़ुबानी जंग से ‘पार्टी विद डिफरेंस’ के जगज़ाहिर हो रहे डिफरेंसिज
Trivendra Singh Rawat versus Harak Singh Rawat Dhaincha Seeds Scam issue
देहरादून: बीजेपी भले अनुशासन का राग अलापती रहे लेकिन चुनाव अभी चार माह दूर हैं और पार्टी का झगड़ा चौक-चौराहे की महफ़िल बनता दिख रहा है। कभी विधायक उमेश शर्मा काऊ रायपुर में कार्यकर्ताओं को ‘औक़ात’ दिखाते मिल रहे तो कभी मंत्री बंशीधर भगत और विधायक विनोद चमोली के धरने किरकिरी करा रहे।
लेकिन इन सबके इतर कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने जिस अंदाज में ढैंचा बीज घोटाले का जिन्न बोतल से बाहर निकालकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के जख्म हरे करने वाला अटैक किया है, उस पर पूर्व सीएम हरीश रावत की क्लीन चिट से भी मरहम नहीं लग पाई है। हरक सिंह रावत ने यह कहकर सियासी बवाल खड़ा कर दिया कि सीएम रहते हरीश रावत त्रिवेंद्र रावत को जेल भेजना चाहते थे और उन्होंने टीएसआर के पक्ष में दो पेज की नोटिंग बनाकर बचाया वरना वे जेल में चले जाते तो 2017 में मुख्यमंत्री भी नहीं बन पाते। हरक ने यहाँ तक कहा कि टीएसआर की पैरवी करने पर हरीश रावत ने चताया कि ‘साँप को दूध पिला रहे हो!’
जाहिर है धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत के इस तीखे हमले के बाद गुस्साए पूर्व सीएम टीएसआर भी जवाबी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।
आज टीएसआर का हरक पर हमले का नया वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे
हरक सिंह रावत द्वारा ढैंचा बीज घोटाले का मुद्दा उठाने के सवाल पर तीखा कटाक्ष कर कह रहे हैं, “अब हमारे यहाँ बोलते हैं कि गधा जो होता है ना वो ढैंचा-ढैंचा करता है।”
हालाँकि त्रिवेंद्र सिंह रावत कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का नाम सीधे सीधे लेते नहीं सुनाई दे रहे लेकिन रिपोर्टर द्वारा हरक का नाम लकर पूछे सवाल पर वे सिर्फ इतनी टिप्पणी कर मंद मंद मुस्कुराते नजर आ हो हैं।
इतना ही नहीं एक अन्य बयान में पूर्व सीएम टीएसआर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के कैरेक्टर पर कमेंट करते कहते सुनाई दे रहे हैं कि हरक सिंह रावत महान चरित्र के हैं और उनके नैतिक और व्यक्तिगत कैरेक्टर से सभी वाक़िफ़ हैं।