कोरोना के चलते सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन- CBSE की 12वीं कक्षा की परीक्षा नहीं हो पाई है। आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक अहम बैठक भी हो रही है जिसमें कोई बड़ा निर्णय होने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि CBSE मुख्य विषयों के एग्जाम लेने पर विचार कर रहा है। 12वीं में साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स के केवल 3 मुख्य विषयों की परीक्षा लेने पर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा बचे विषयों के नंबर मुख्य विषयों में प्राप्त अंकों के आधार पर देने का फॉर्मूला अपनाया जा सकता है।
जो परीक्षार्थी कोरोना के चलते एग्जाम नहीं दे पाएंगे, उनको एक और मौका दिए जाने का भी प्रस्ताव है। माना जा रहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्रियों और शिक्षा सचिवों की उच्च स्तरीय बैठक में 12 वीं के एग्जाम और प्रोफेशनल्स एजुकेशन के एंट्रेंस टेस्ट पर बड़ा फैसला हो सकता है। असम बैठक में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और प्रकाश जावडेकर भी शिरकत कर रहे हैं। ग़ौरतलब है कि फिलहाल सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर के चलते 12वीं बोर्ड का एग्जाम टाल दिया था।
एग्जाम को लेकर 2 विकल्प
विकल्प एक – मेजर सब्जेक्ट की परीक्षा निर्धारित सेंटर्स पर कराई जा सकती है। परीक्षा के नंबर्स को आधार बनाकर माइनर सब्जेक्ट में भी नंबर दिए जा सकते हैं।
विकल्प दो: इस विकल्प में सारे विषयों के एग्जाम के लिए डेढ़ घंटे का समय तय करने का सुझाव दिया गया है। इसके साथ ही पेपर में सिर्फ ऑब्जेक्टिव या लघु उत्तरीय सवाल पूछने की सलाह दी गई है। कहा गया है कि 12वीं के बच्चों के मेजर सब्जेक्ट की परीक्षा उनके ही स्कूल में ले ली जाए। साथ ही, एग्जामिनेशन सेंटर्स की संख्या बढ़ाकर दोगुनी कर दी जाए।
इसके तहत जहां कोरोना से हालात ज्यादा खराब नहीं हैं, वहां पहले फेज में परीक्षा और बचे क्षेत्रों में दूसरे फेज में परीक्षा करवाने का प्रस्ताव है। दोनों फेज के बीच 14 दिन का गैप रखना जाना होना चाहिए। अगर कोरोना के चलते कोई छात्र परीक्षा नहीं दे पाएगा तो तो उसे एक मौका और देने का प्रस्ताव है।