- जल्द से जल्द सड़कों को किया जाए गड्ढामुक्त, किसी प्रकार की लापरवाही न हो: मुख्यमंत्री
- अभियान के रूप में किया जाए काम-मुख्यमंत्री
- सर्किट हाउस काठगोदाम बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिये सख्त निर्देश
- कार्यसंस्कृति में बदलाव लाये अधिकारी वरना कठोर निर्णय लेगी सरकार
- मुख्यमंत्री धामी का बड़ा निर्णय- प्रदेश के प्रत्येक न्याय पंचायत में समाधान चौपाल लगाई जाएगी
- जनपद स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के तल्ख तेवर
- अधिकारियों से गड्ढा मुक्त सड़कों के स्टेटस को लेकर लगाई कड़ी फटकार
- लोक निर्माण विभाग की कार्यशैली को लेकर मुख्यमंत्री हुए खासे नाराज
- PWD मंत्री महाराज कहां सोए?
- मुख्यमंत्री द्वारा खटीमा से हल्द्वानी बाय रोड आने पर जगह-जगह गड्ढा युक्त सड़कों पर दिखी नाराजगी
- जनता की तकलीफ से अपने तल्ख तेवरों में अधिकारियों को कराया रूबरू
- चेतावनी के साथ गड्ढा मुक्त सड़कों के यथाशीघ्र निर्माण के दिए कड़े निर्देश
Uttarakhand News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहाड़ प्रदेश ने रेल और रोड कनेक्टिविटी पर खासा फोकस कर रहे हैं और उसी का नतीजा है कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन से लेकर चारधाम ऑलवेदर रोड और दिल्ली देहरादून मार्ग को लेकर तेजी से काम होता दिख रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सड़कों को लेकर हुए काम की तारीफ विपक्षी भी करते सुने जा सकते हैं लेकिन अब लोक निर्माण विभाग के मंत्री सतपाल महाराज की कमजोरी कहिए या विभागीय अफसरों और जिलों में जमे जिलाधिकारियों की लापरवाही, कई इलाकों में ग्रामीणों से लेकर आम शहरी गड्ढा मुक्त सड़कों के लिए तरस गए हैं।
यहीं वजह है कि लोक निर्माण विभाग के मंत्री और अफसरों के कामकाम की जमीनी हकीकत समझने को खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सड़क पर उतर चुके हैं। कुमाऊं दौरे पर गए मुख्यमंत्री धामी ने सड़कों की स्थिति जानने के मकसद से खटीमा से हल्द्वानी जाने के लिए हेलीकॉप्टर की बजाय सड़क पर ही गाड़ी दौड़ा दी। नतीजा ये रहा कि कई जगह सड़क मार्ग पर गड्ढों का सामना करना पड़ा और जब हल्द्वानी पहुंचकर सीएम ने मिशन मोड में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के अभियान के निर्देश के बावजूद तस्वीर नहीं बदलने पर अधिकारियों को फटकारना शुरू किया तो जिम्मेदार अधिकारी जवाब देने की बजाय बगलें झांकने लगे।
सड़कों की स्थिति को लेकर सीएम ने कुमाऊं कमिश्नर, डीएम और पीडब्ल्यूडी अफसरों के पेंच कसते हुए सख्त निर्देश दिए कि अगर उनके अगले दौरे से पहले सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं हो सकी तो सख्त कार्रवाई के लिए जिम्मेदार अफसर तैयार रहें।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में अधिकारियों की बैठक लेते हुए सड़कों के गड्ढा मुक्त ना होने पर सख्त नाराजगी जताई और स्पष्ट शब्दों में अधिकारियों को कहा कि अगली बार उनके दौरे से पहले सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं की गई तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा,”मैं आज खटीमा से हल्द्वानी स्वयं सड़क मार्ग से आया हूं मुझे कई जगह सड़कों पर खड्डे मिले।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुगम और सुरक्षित यात्रा का जनता अधिकार है। जनता की सुविधाओं का ध्यान रखना राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी और संबंधित विभाग के अधिकारियों को सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए अभी तक कितना कार्य किया गया ? कितनी सड़कों की मरम्मत की गई ? कितना कार्य अवशेष है ? आदि समस्त जानकारी अविलंब मुख्यमंत्री कार्यालय में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए मिशन मोड मे कार्य करने के पहले ही निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने आज स्वयं इसका स्थलीय निरीक्षण कर खटीमा से हल्द्वानी का सफ़र सड़क मार्ग से तय किया।
मुख्यमंत्री धामी द्वारा ली गई इस बैठक में कुमाऊँ कमिश्नर दीपक रावत, जनपद के सभी विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। जाहिर है अगर सीएम धामी ने सड़कों पर खुद उतरकर जमीनी हकीकत से रूबरू होने का अभियान कुछ दिन और चलाया तो फाइलों में चमचमाती सड़कें दिखाने वाले अफसरों की शामत आ जाएगी और मुखिया की मेहनत का सुकून जनता को गड्ढा मुक्त सड़कों पर आरामदायक सफर के रूप में मिलता दिखेगा। सवाल है कि क्या ऐसा हो पाएगा?