देहरादून: प्रधानमंत्री मोदी अक्सर कहते हैं कि वे प्रधान सेवक के नाते दिल्ली में ज़रूर रहते हैं लेकिन लुटियंस दिल्ली से बचकर रहते हैं। कम से कम प्रधानमंत्री मोदी कहते तो हैं। उतराखंड के मुख्यमंत्री चाहे जो रहें फॉर्थ फ्लोर और उससे निकलकर दो किलोमीटर से आगे बढ़कर न कुछ देख पाते हैं और शायद न देखने की चाहते हैं। तभी तो इर्द-गिर्द मंडराते पॉवर कॉरिडोर के खिलाड़ी भी पैरेड मैदान या आसपास घुमाकर छापेमारी करा डालते हैं। पहले ये तूफ़ानी काम त्रिवेंद्र-तीरथ कर दिखा रहे थे अब पॉवर कॉरिडोर के ये हेडलाइन मैनेजमेंट टोटके मुख्यमंत्री धामी भी सीखने लगे हैं।
कुछ इसी तूफ़ानी अंदाज में सीएम धामी ने आज सचिवालय से सटे परेड ग्राउंड में भरी दोपहरी छापा मारकर निर्माणाधीन बहुउद्देशीय क्रीड़ा भवन के कार्यों में गड़बड़ी पकड़ ली और गुणवत्ता में कमी मिलने पर सख्त एक्शन की चेतावनी भी दे दी है और डीएम को घटिया निर्माण कार्य की जांच के आदेश भी दे दिए।
अब तूफ़ानी छापेमारी तो हो गई मुख्यमंत्री की और इसमें भारी भरकम गड़बड़ी पकड़ी वह ये कि नए भवन की दीवारों में कई जगह सीलन और एक जगह दरारें दिख गई जिस पर मुख्यमंत्री खासे नाराज हो गए। इतना ही नहीं स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों की धीमी रफतार पर भी सीएम गुस्सा गए। इस तूफ़ानी छापेमारी के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको जानकारी मिली थी कि निर्माणाधीन बिल्डिंग में कहीं पर दरारें हैं तो कहीं पर सीलन आ गई है। इस पर खुद जाकर देखा और जांच के आदेश दे दिए।
सही है सचिवालय से एक किलोमीटर दूर परेड मैदान में गड़बड़ी की जानकारी मिलने पर सीएम ने तूफ़ानी छापा मार दिया लेकिन ‘सरकार’ अगर वाकई निर्माण में गड़बड़ियां मिल रही तो थर्ड पार्टी ऑडिट कराइये ना कौनसा मैटिरियल लगाया जा रहा! घटिया सामग्री तो नहीं इस्तेमाल हो रही! या फिर यहीं घूमते फिरते मेयर छापा मारेंगे यहीं मुख्यमंत्री कुछ तूफ़ानी करने का मन करेगा तो पहुंच जाएंगे। लगातार बारिश से बेहाल पर्वतीय क्षेत्रों का हाल भी लीजिए कहां सड़कें बंद हो जा रही कहां आपदा जद में आकर विस्थापन को तरस रहे लोग। केदारनाथ नहीं जा पा रहे दो बार से तो कम से कम गौरा देवी के गांव ही हो आइये जहां लोग आपदा की जद में डरे सहमे जी रहे। या फिर निर्माण कार्यों की गड़बड़ी सिर्फ परेड मैदान में पकड़ी जाएगी और स्वास्थ्य का हाल जानने दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल घूमा जाएगा!