देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना ने एक बार फिर तेज रफ्तार पकड़ ली है। रविवार को छह महीने बाद पहली बार कोरोना के नए संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 200 पार चला गया है। आड एक दिन में 259 नए कोरोना पॉजीटिव मरीज मिले हैं। एक और आंकड़ा डराने वाला यह है कि पिछले चार हफ़्तों में राज्य में कोरोना के मामले और संक्रमण दर चार गुना बढ़ गई है। जबकि तमाम दावों के बावजूद टेस्टिंग की रफ्तार लक्ष्य के अनुसार नहीं बढ़ पा रही है।
रविवार को प्रदेश में नए कोविड मरीजों के इज़ाफ़े ने डरा दिया है क्योंकि पिछले कुछ दिनों का आंकडा दिखा रहा है कि तेजी के साथ संक्रमित मरीजों का ग्राफ बढ़ रहा है।
कोरोना की दूसरी लहर पर ब्रेक के बाद रविवार को प्रदेश में एक दिन में पहली बार 200 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। ओमीक्रॉन के खतरे के बीच कोरोना के नए मरीजों का बढ़ता आंकड़ा देहरादून के दोबारा हॉट स्पॉट बनने के खतरा का अहसास भी करा रहा है। रविवार को देहरादून जिले में 77 नए संक्रमित मिले। जबकि नैनीताल में 91, ऊधमसिंहनगर में 34, पौड़ी में 28, हरिद्वार में 15, अल्मोड़ा में 1 टिहरी में 5, पिथौरागढ़ जिले में 8 नए कोरोना पॉजीटिव मिले हैं।
सबसे ज्यादा डराने वाला आंकड़ा यह है कि कोरोना के नये मामले और संक्रमण की दर पिछले चार हफ़्तों में चार गुना बढ़ी है और इसमें नए हफ्ते की शुरूआत यानी आज के आंकड़े और बढ़ते खतरे की ओर इशारा कर रहे। एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल द्वारा पेश आँकड़ों के अनुसार 94 वें हफ्ते (26 दिसंबर से एक जनवरी के मध्य) में 439 केस और संक्रमण दर .40% रही जो 91 वें हफ्ते के 97 कोविड केस और .10% संक्रमण दर से चार गुना अधिक है। जबकि चिन्ताजनक यह भी है कि 1लाख 75 हजार कोविड टेस्ट के मुकाबले सिर्फ 1 लाख 9 हजार 621 टेस्ट ( 63%) ही हो पाए।
उत्तराखंड के लिए एक चिन्ता यह भी है कि अभी तक करीब 13 लाख लोगों को सेंकेड डोज लगनी बाकी है। ऐसे समय जब ओमीक्रॉन का खतरा भी बढ़ रहा तब डबल डोज कोविड वैक्सीनेशन की अहमियत बखूबी समझी जा सकती है। हालात जब चुनाव वाले हों तब सबसे ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है, शायद चुनावी जंग जीतने की धुन में राजनीतिक दल इस सच को समझना नहीं चाह रहे!