
देहरादून: कोरोना एक बार फिर कहर बनकर टूट रहा है। बीते 24 घंटे में देश में 37,379 नए कोरोना पॉजीटिव मिले हैं जबकि 124 लोगों की मौत हो गई है। डेली पॉजीटिविटी रेट 3.24 फीसदी हो चुकी है और अब एक्टिव केस 1 लाख 71,830 हो गए हैं।
चिन्ताजनक यह भी है कि रोजाना के कोरोना मामले ऐसे समय बढ़ने लगे हैं जब ओमीक्रॉन का खतरा मँडरा रहा है। देश में अब तक ओमीक्रॉन से 1892 लोग संक्रमित हो चुके हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 568 और उसके बाद दिल्ली में 382 संक्रमित मिल चुके हैं।
जाहिर है कोरोना का कहर फिर से टूट रहा है लेकिन तमाम सियासी दलों ने कोरोना प्रोटोकॉल को मज़ाक़ बनाकर रख दिया है। आम जनता को लगातार ‘दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी’ जैसे नारों को घुट्टी बनाकर पिलाया जा रहा लेकिन पांच राज्योँ के चुनाव प्रचार में कूदे दल और नेता खुद कोरोना बचाव के नियमों को ताक पर रख रहे। चुनावी राज्य उत्तराखंड में पहले प्रधानमंत्री मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रैली में भारी भीड़ जुटी जिसमें कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियाँ उड़ती नजर आई। इस रैलियों में दिखावे के लिए ही सही मंच से प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी मास्क पहने जरूर नजर आए। लेकिन दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल रैली मंच से बिना मास्क ही दिखे।

दरअसल, मामला देहरादून में आम आदमी पार्टी की चुनावी रैली का है, जहां बड़ा तादाद में लोग बुलाए गए, मंच पर बिना मास्क लगाए दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल लगातार पार्टी नेताओं से मिलते दिखे और दिल्ली पहुँचते-पहुँचते शाम तक खुद कोरोना पॉजीटिव हो गए। केजरीवाल न केवल मंच पर पार्टी नेताओं से मिले बल्कि देहरादून स्थित बीजापुर गेस्ट हाउस में भी बड़ी तादाद में न केवल समर्थकों-नेताओं से मिले बल्कि उनके साथ सेल्फी और फोटो भी खूब खिंचवाई गई। आम आदमी पार्टी के केजरीवाल से मुलाकात करने वाले नेताओं के फेसबुक वॉल पर तमाम फोटो नुमाया हैं।

सवाल है कि क्या जौलीग्रांट एयरपोर्ट से लेकर बीजापुर गेस्ट हाउस में बैठक और लंच के दौरान साथ रहने वाले पार्टी नेता-पदाधिकारी भी अब खुद को आइसोलेट करेंगे? प्रदेश में आप के सीएम चेहरे कर्नल अजय कोठियाल आइसोलेट होंगे और अपनी कोविड जांच कराएँगे? प्रभारी दिनेश मोहनिया से लेकर दीपक बाली तक क्या कोविड प्रोटोकॉल को लेकर संजीदा स्टैंड अपनाएँगे? देहरादून से पहले अरविंद केजरीवाल रविवार को लखनऊ में भी रैली करने गए थे। उससे पहले चंडीगढ़व पंजाब में उनके कई कार्यक्रम थे। सवाल है कि ऐसे तमाम नेता खुद को आइसोलेट कर जागरूकता और संवेदनशील होने का परिचय देंगे?

इसी के साथ भाजपा सांसद मनोज तिवारी भी कोरोना पॉजीटिव हो गए हैं जिनको चुनावी कार्यक्रम में शिरकत करने रुद्रपुर आना था लेकिन ग़नीमत रही कि वे नहीं आए। इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा की टीम से दो लोग कोरोना पॉजीटिव मिलने के बाद अब उनके श्रीनगर और अल्मोड़ा के नौ जनवरी के कार्यक्रम पर संशय के बादल मँडरा रहे हैं।
सवाल है क्या राजनेता कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर वाकई गंभीर हैं? अगर गंभीर हैं तो खुद चुनाव आयोग से क्यों नहीं मांग करते हैं कि भीड़ भरे चुनावी आयोजनों पर लगाम लगे?