- कोरोना का नया वैरिएंट ओमीक्रॉन लोगों की लापरवाही पर पड़ रहा भारी
- सोमवार को टूटे ओमीक्रॉन मामलों के सारे रिकॉर्ड
- एक दिन में ओमीक्रॉन के सर्वाधिक 156 केस मिले
- देश में अब कोरोना के नए वैरिएंट के 578 मरीज हुए
- दिल्ली और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा पॉजीटिव
- पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव पर पड़ सकता है असर
- 30 दिसंबर को हल्द्वानी में मोदी की मेगा रैली होगी या नहीं?
- राजनीतिक पार्टियों की भारी भीड़ जुटाऊ रैलियों पर ब्रेक को लेकर हो सकता है फैसला
दिल्ली: दुनिया के कई देशों की तरह अब भारत में भी कोरोना का नया वैरिएंट ओमीक्रॉन तमाम पुराने रिकॉर्ड तोड़ रहा है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रिलीज डेटा के अनुसार सोमवार को एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 156 पॉजीटिव मरीज मिलने के बाद देश में ओमीक्रॉन मरीजों की संख्या बढ़कर 578 हो गई है। देश के 19 राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों में फैल चुके ओमीक्रॉन से संक्रमितों की बात करें तो सबसे अधिक दिल्ली 142 केस, महाराष्ट्र 141, केरल 57, गुजरात 49, राजस्थान 43, और तेलंगाना 41 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के चलते पैदा हुए खतरे को देखकर अब चुनाव आयोग पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर कोई बड़ा फैसला कर सकता है।आज आयोग द्वारा बुलाई बैठक में उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने वाले चुनावों को लेकर प्रचार में जुटी राजनीतिक पार्टियों की रैलियों पर रोक लगाने को लेकर चर्चा और कोई फैसला लिया जा सकता है।
ज्ञात हो कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता अगले महीने के दूसरे हफ्ते में लग सकती है। लेकिन जिस रफ्तार से कोरोना का नया वैरिएंट ओमीक्रॉन फैल रहा है उसने चुनाव आयोग को भी अलर्ट कर दिया है। कुछ ही दिन पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी चुनावी रैलियों पर रोक के साथ यूपी विधानसभा चुनाव टालने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और आयोग से अपील की थी। जाहिर है इसके बाद से चुनाव आयोग पर और अधिक प्रेशर बन गया है कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी तरह से कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन न होने पाए।
कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के खतरे को देखते हुए अब तमाम राजनीतिक दलों की निगाहें चुनाव आयोग की आज की बैठक पर टिक गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 30 दिसंबर को हल्द्वानी में बड़ी रैली है लेकिन अब इस तरह के मेगा शो हो पाएंगे या नहीं इसे लेकर चुनाव आयोग की आज की बैठक के बाद ही पता चल सकेगा।
चुनाव आयोग द्वारा बुलाई बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पांच राज्यों में कोरोना महामारी के मौजूदा हालात व चुनाव तैयारियों में कोविड प्रोटोकॉल के कड़ाई से पालन आदि पर चर्चा होनी है।