- मुख्यमंत्री धामी के नाम गृहमंत्री अमित शाह का फर्जी पत्र भेज किसने मांगी नूपुर शर्मा के रिश्तेदार के लिए Z Security?
- धामी सरकार ने सोशल मीडिया में फर्जी पत्र वायरल कराने को लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया है
Delhi/Dehradun: सोशल मीडिया में एक पत्र तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हवाले से जारी पत्र में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पैगम्बर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के बाद भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के एक रिश्तेदार को जेड प्लस सुरक्षा देने को कहा गया है। हालांकि प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो यानी PIB ने एक ट्वीट कर इस पत्र को फर्जी करार दिया है।
अब राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम जारी इस फर्जी पत्र के सोशल मीडिया में वायरल होने को लेकर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस फेक लेटर में भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा के एक रिश्तेदार को जेड सुरक्षा मुहैया कराने को कहा गया है। 15 जून को सोशल मीडिया में वायरल हुए इस फेक लेटर में 13 जून की तारीख अंकित है जिसमें गृह मंत्री अमित शाह की ओर से मुख्यमंत्री को कहा गया है कि नूपुर शर्मा का यह रिश्तेदार RSS और हिन्दू राष्ट्रीय विचारधारा से जुड़ा है। इस फैजी पत्र में दावा किया गया है कि पैगम्बर मोहम्मद पर विवादित बयान के बाद नुपूर शर्मा के साथ साथ उनके रिश्तेदार को भी जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इसलिए राज्य सरकार तत्काल प्रभाव से संबंधित व्यक्ति को जेड सुरक्षा मुहैया कराई जाए। ज्ञात हो कि नूपुर शर्मा का एक रिश्तेदार देहरादून में निवास करता है।
हालांकि ईस पत्र के सोशल मीडिया में वायरल होते ही PIB fack checker ने ट्वीट कर इसे फर्जी करार दे दिया था। वहीं राज्य सरकार ने भी मुख्यमंत्री धामी को गृहमंत्री की तरफ से मिले इस फर्जी पत्र को बेहद गंभीरता से लेकर दोषी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली है। शासन ने साफ कर दिया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से सीएम धामी को इस तरह का कोई भी पत्र नहीं भेजा है और यह पत्र पूरी तरह से फर्जी है।
अब एसटीएफ में गठित सोशल मीडिया इंटरवेशंन सेल इसकी पड़ताल कर साजिशकर्ता को बेनकाब करेगी। दरसअल सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल का उद्देश्य ही सोशल मीडिया पर भ्रामक और गलत सूचना प्रसारित होने पर उसका विश्लेषण कर वैधानिक एवं कड़ा एक्शन लेना है।
ज़ाहिर है ऐसे समय जब पैगम्बर मोहम्मद पर आए नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद जब कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले हैं तब समाज में इस तरह की भ्रामक और झूठी सूचना वायरल कर नफरती ज़हर भरने की साजिश कौन रच रहा है ताकि उत्तराखंड में भी हिंसक प्रदर्शन शुरू हो जाएं? अब STF को पड़ताल कर जल्द दोषी को सामने लाना होगा।
बहरहाल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से मुख्यमंत्री धामी को लिखे इस फर्जी पत्र के जरिए रची गयी साजिश का समय रहते भंडाफोड़ ज़रूर हो गया लेकिन जब तक दोषी पकड़ा नहीं जाता है तब तक इस साजिश के पीछे की पूरी कहानी सामने नहीं आ पाएगी।
वैसे भी उत्तराखंड में मुख्यमंत्रियों के खिलाफ सोशल मीडिया के माध्यम से दुष्प्रचार और साज़िशें रचे जाने का इतिहास पुराना रहा है। लेकिन इस बार गृहमंत्री के नाम से फर्जी पत्र वायरल कर मुख्यमंत्री के लिए मुश्किलें खड़ी करने की साजिश रची गई है।