- कल सरकार अनुपूरक बजट लाएगी तो विपक्ष केदारनाथ, लॉ एंड ऑर्डर, महिलाओं से दुष्कर्म जैसे मुद्दों पर करेगा सरकार की घेराबंदी।
Gairsain: उत्तराखण्ड की पुष्कर सिंह धामी सरकार करीब डेढ़ साल बाद विधानसभा सत्र आयोजित करने पहुँची तो पूर्व क्षेत्र में रौनक़ दिखाई दे रही। सरकार और विपक्ष के पहुँचने से अफ़सरों का जमावड़ा भी गैरसैंण क्षेत्र में दिखाई दे रहा है।
बुधवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण की भराड़ीसैंण विधानसभा में तीन दिवसीय मानसून सत्र का आगाज हो गया है। सत्र के पहले दिन शोक प्रस्ताव के माध्यम से दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई जिसके बाद सदन की कार्यवाही शाम पाँच बजे तक स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर राज्य सरकार ने तीन विधेयक पेश किए जिसके बाद कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
अनुपूरक बजट,विपक्ष का वार,विधायकों के सवालों का अंबार
गुरुवार को सरकार पाँच हज़ार करोड़ के आसपास का अनुपूरक बजट पेश करेगी और कई विधेयक पास कराएगी। जबकि शेष बचे दो दिनों में विपक्ष भी चारधाम यात्रा बदइंतज़ामी के आरोपों से लेकर केदारनाथ आपदा, भ्रष्टाचार, महिलाओं के ख़िलाफ़ दुष्कर्म, हत्या जैसे जघन्य अपराधों के बहाने क़ानून व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार पर धावा बोलेगा। वहीं, सदन में सरकार के रणनीतिकार भी पलटवार करने से नहीं चूकेंगे। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा है कि क़ानून व्यवस्था से लेकर सरकार की नाकामी के हर मुद्दे को विधानसभा सत्र के दौरान सदन में उठाया जाएगा लेकिन सरकार में सत्र की अवधि कम करके जनहित के मुद्दों से बचने का प्रयास किया है जिसका विरोध कर रहे हैं।
सरकार को सिर्फ़ विपक्ष के वार की काट ही तैयार नहीं करनी है बल्कि उसे विधायकों के सवालों की बौछार का भी सामना करना होगा। सरकार की दुखती रग ये है कि पाँच सौ से अधिक सवालों में विपक्ष ही नहीं सत्ता पक्ष के विधायक भी बढ़ चढ़कर जवाब माँगने उतरेंगे।
यह पिछले सत्रों में भी देखा गया कि अक्सर विपक्ष से ज़्यादा चुभते सवाल सत्तापक्ष के विधायकों की तरफ़ से दागे गये जिन पर मंत्री अटकते और असहज होते दिखाई दिये।
हरदा का उपवास और बाइक पर जुलूस
सदन के बाहर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक घंटे का उपवास करने के बाद बाइक पर सवार होकर जुलूस निकाला। हरीश रावत सबसे पहले गैरसैंण के रामलीला मैदान मैदान पहुँचे और वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एक घंटे के उपवास पर बैठे। उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने बाइक पर सवार होकर जुलूस निकाला।
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि वे टॉर्च लेकर गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी खोजने आये हैं।