
हरिद्वार: हरिद्वार में हो रहे पंचायत चुनाव में किस कदर शराब बहेगी उसकी दुखद तस्वीर सात ग्रामीणों की मौत के रूप में सामने आ गई है। जिले के पथरी थाना क्षेत्र के फूलगढ़ और शिवगढ़ में पंचायत चुनाव के दौरान बांटी जा रही कच्ची जहरीली शराब पीने से सात ग्रामीणों की मौत हो गई है। घटना के बाद जहां जिला प्रशासन से लेकर देहरादून तक हड़कंप मच गया है वहीं गांव में चीख-पुकार मची हुई है। प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीमें जहरीली शराब से हुई मौतों की असल वजह पता करने गांव का दौरा कर रही।
यह इशारा मिलने के बाद कि पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों द्वारा ग्रामीणों को कच्ची शराब पिलाई गई और उसी से मौतें हुई हैं जिसके बाद पुलिस ने प्रत्याशियों के घरों और ठिकानों पर छापेमारी की है लेकिन प्रत्याशी फरार बताए जा रहे हैं। जहरीली शराब से लोगों की मौत होने के बाद प्रभावशाली ग्रामीणों द्वारा आनन फानन में बिना पोस्टमार्टम अंतिम संस्कार भी करने का प्रयास किया गया, जिसे पुलिस द्वारा रोक दिया गया।
ज्ञात हो कि हरिद्वार जिले के कई देहात के इलाकों में चोरी छिपे कच्ची शराब बनाई जाती है और ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी खपत भी कर दी जाती है। 2019 में भी यूपी और उत्तराखंड के बॉर्डर एरिया में जहरीली शराब पीने से अकेले हरिद्वार जिले के 50 से अधिक लोगों के मौत हो गई थी जबकि यूपी में भी जहरीली शराब से बड़ी संख्या में लोग मरे गए थे।
TSR सरकार में तब भगवानपुर और झबरेड़ा थाना क्षेत्र के गांवों में जहरीली शराब पीने से 50 से ज्यादा ग्रामीणों की मौत हो गई थी। जबकि जहरीली शराब से सहारनपुर जिले के 30 से ज्यादा ग्रामीणों की मौत हो गई थी। जब मजिस्ट्रियल जांच भी बिठाई गई थी।
दरअसल, आजकल हरिद्वार जिले में पंचायत चुनाव का माहौल है और उम्मीदवार वोटर्स को लुभाने के लिए कच्ची शराब से लेकर देसी और अंग्रेजी शराब परोस रहे हैं। पथरी थाना क्षेत्र में इसी तरह पंचायत चुनाव के उम्मीदवारों द्वारा पिलाई गई कच्ची जहरीली शराब से सात परिवारों के कमाने वाले अकाल मौत का शिकार हो गए हैं।
SSP ने क्षेत्र का दौरा कर पुलिस टीमों को प्रत्याशियों के घरों और ठिकानों पर छापेमारी के आदेश दिए हैं। लेकिन उम्मीदवार अपने घरों से फरार बताए जा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि जहरीली शराब कहां बनी, कहां से लाई गई थी और किसने बांटी, इन सारे बिंदुओं पर छानबीन करते हुए आरोपितों की धरपकड़ के प्रयास चल रहे हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि यह शराब और किस-किस गांव में भेजी गई है। ताकि उसे जब्त कर समय रहते हैं बाकी ग्रामीणों की जान बचाई जा सके।
जहरीली शराब पीने से इन सात ग्रामीणों की हुई मौत
बिरम पुत्र बलजीत सिंह 60 वर्ष
अरुण पुत्र चंद्रभान 40 वर्ष
राजू पुत्र सेवाराम 45 वर्ष
अमरपाल पुत्र गोपाल 36 वर्ष, निवासी फुलगढ़
मनोज पुत्र धर्मवीर 32
किशन पुत्र राजेंद्र कुमार 32 साल निवासी शिवगढ़
तेजू पुत्र राम सिंह उम्र 60साल