देहरादून: पंजाब कांग्रेस के कलह कुरुक्षेत्र को शांत कराने और बागी तेवर अपनाए पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को बैकडोर से मनाने की कोशिशें अपने स्तर पर चल रही हैं लेकिन गृहमंत्री अमित शाह के साथ कैप्टन की मुलाकात के बाद कांग्रेस के एक तबके में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री को लेकर नाराजगी दिख रही है। हालाँकि कैप्टन एक टीवी इंटरव्यू में साफ कर चुके हैं कि वह भाजपा में नहीं जाएंगे लेकिन कांग्रेस छोड़ेंगे।
आज पंजाब के प्रभारी महासचिव हरीश रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तीखा हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कैप्टन किसी का मुखौटा बन रहे हैं। रावत ने कहा कि कैप्टन का कद भाजपा का मुखौटा बनने लायक नहीं है और कांग्रेस में उनके अपमान की थ्योरी बिलकुल गलत है क्योंकि पार्टी ने उनको दो बार सीएम बनाया है और दो बार सीएम बनाया है यानी उनको पूरा मान-सम्मान दिया है। हरदा ने कहा कि कैप्टन किसी भी दूसरे नेता से अपनी तुलना कर सकते हैं उनको ज्यादा मान-सम्मान दिया गया है। रावत ने कहा कि कैप्टन को चाहिए कि वे भाजपा का मुखौटे न बनें।
ज्ञात हो कि जुलाई से पंजाब कांग्रेस में जमकर जंग छिड़ी हुई है। नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रधान बनाया गया लेकिन झगड़ा इतना बढ़ा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री की कुर्सी तक छोड़नी पड़ी। दलित चेहरे चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के दो दिन बाद सिद्धू ने कांग्रेस पद से इस्तीफा देकर नया बवाल खड़ा कर दिया।