देहरादून: राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार द्वारा नई पेंशन स्कीम की जगह पुरानी पेंशन योजना लागू करने के फैसले के बाद अब देशभर में सरकारी कर्मचारी लामबंद होने लगे हैं। उत्तराखंड में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा (NOPRUF) ने भी आंदोलन तेज करने का फैसला किया है। मोर्चा ने आज ट्विटर पर #RestoreOPS_likeRajasthan महाअभियान ट्रेंड कराया है। कर्मचारियों की मांग है कि नई पेंशन योजना यानी NPS उनके लिए भविष्य के साथ खिलवाड़ है लिहाजा पुरानी पेंशन योजना यानी OPS को लागू किया जाए।
संयुक्त मोर्चा ने राजस्थान सरकार द्वारा पुरानी पेंशन बहाली किए जाने के एेतिहासिक निर्णय का स्वागत किया है तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उनकी सरकार का आभार भी प्रकट किया गया है।
संयुक्त मोर्चा के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ० डी० सी० पसबोला ने बताया कि राजस्थान सरकार के पुरानी पेंशन बहाली के निर्णय तथा उत्तराखंड में भी उसी प्रकार पुरानी पेंशन बहाली लागू करने की आवाज बुलन्द करने के क्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के आवाह्न पर आज यानी 27 फरवरी को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक टि्वटर पर “#RestoreOPS_likeRajasthan” महाअभियान ट्रेंड कराया गया। इस टि्वटर महाअभियान में प्रदेश के समस्त 80,000 एनपीएस कार्मिकों ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया।
संयुक्त मोर्चा ने उत्तराखंड की सरकार से अनुरोध किया है कि राजस्थान सरकार की तरह ही उत्तराखंड राज्य में भी पुरानी पेंशन बहाली तत्काल की जाए, ऐसा न होने की स्थिति में समस्त एनपीएस कार्मिक राज्य में एक महा आन्दोलन करने के लिए बाध्य होंगे। संयुक्त मोर्चा ने दोहराया कि राज्य में मतगणना के बाद जल्द बनने वाली नई सरकार प्राथमिकता के आधार पर गहलोत सरकार की तर्ज पर राज्य के 80 हजार NPS कार्मिकों के भविष्य की चिन्ता करते हुए OPS लागू करे।
महाअभियान को सफल बनाने को लेकर हुई बैठक में प्रान्तीय महासचिव सीताराम पोखरियाल, अध्यक्ष अनिल बडोनी, उपाध्यक्ष (महिला) योगिता पन्त, रश्मि गौड़, शशि चौधरी, डॉ० आरती पाठक, डॉ० नावेद आजम, डॉ० मारूफ, डॉ० विनोद रावत, डॉ० नीरज कोहली, रजनी रावत, नवीन सैनी, पूरन फरस्वान, एम. एम. भट्ट, माखन सिंह, शंकर भट्ट, नरेश भट्ट आदि इत्यादि उपस्थित रहे।