कर्णप्रयाग: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार का शोर आज शाम पांच बजे थम गया है। सत्ताधारी भाजपा और मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने पिछले एक पखवाड़े में जमकर चुनाव प्रचार में ताकत झोंकी। विकल्प बनने का दम भरते आई आम आदमी पार्टी ने भी जोर लगाया तो यूकेडी और वामपंथी दलों ने भी चुनावी ताल ठोकी है। चुनावी दांव-पेंच के बीच एक प्रत्याशी इंद्रेश मैखुरी भी अपनी आवाज बुलंद किए खड़े हैं। सीपीआई (एमएल) के प्रत्याशी के तौर पर इंद्रेश मैखुरी चमोली जिले की कर्णप्रयाग सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस के चुनावी शोर के बीच इंद्रेश मैखुरी अपने ही अलग अंदाज में बीते पांच वर्षों की संघर्ष की अपनी जमा-पूँजी का लेखा-जोखा दे रहे हैं।
यहां पढ़िए इंद्रेश मैखुरी ने सोशल मीडिया के जरिए कैसे बीते पांच साल के कामकाज का ब्योरा पेश किया है?
बीते पाँच साल के संघर्षों, उपलब्धियों का संक्षिप्त ब्यौरा. एक प्रत्याशी के तौर पर आप इसे मेरा रिपोर्ट कार्ड भी कह सकते हैं. संघर्षों की इस निरंतरता के बूते ही मैं चुनाव मैदान में हूं, इसी को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव मैदान में हूं.
- दिसंबर 2017 सिराणा गाँव के लोगों की सड़क की मांग को लेकर भराड़ीसैण विधानसभा पर प्रदर्शन, नतीजा : वहां सड़क निर्माण हुआ
- दिसंबर 2017 गौचर के बसंतपुर के स्कूल भवन निर्माण, पेयजल, अनुसूचित जाति वार्ड आदि सवालों पर वहां के लोगों के साथ पहलकदमी. इसमें उपजीलाधिकारी कर्णप्रयाग ने कार्यवाही के निर्देश दिये
*नवंबर 2017 गलत तरीके से निलंबित प्राइमरी शिक्षिका का प्रकरण उठाया, नतीजा शिक्षा मंत्री ने प्रकरण की जांच के आदेश दिये और निर्दोष शिक्षिका बहाल हुई
*अप्रैल-मई-जून : 2017 कर्णप्रयाग में शराब के विरुद्ध आंदोलनरत महिलाओं के साथ मजबूती से मौजूद रहा. पूरे प्रदेश में शराब विरोधी आंदोलन करने वालों पर मुकदमा दर्ज हुआ, कर्णप्रयाग में हम चूंकि विधाई रूप से ज्यादा मजबूत थे, इसलिए यहाँ ऐसा न हो सका. - दिसंबर 2018- त्रिवेन्द्र सरकार द्वारा पहाड़ की ज़मीनों की बेरोकटोक बिक्री के लिए किए गए भू कानून में बदलाव का प्रखर विरोध किया
- दिसम्बर 2018 को अखिल भारतीय किसान महासभा की अगुवाई में बिन्दुखत्ता वासियों के द्वारा हाथी कॉरिडोर के नाम पर उजाड़े जाने के षडयंत्र के खिलाफ प्रतिवाद. साथ ही उत्तराखंड वन पंचायत संघर्ष मोर्चा और अन्य संगठनों द्वारा देहरादून में वन वासियों-खत्ता वासियों के प्रदर्शन में भाकपा(माले) की ओर से शरीक हुआ.
- दिसंबर 2018 पौड़ी में उमेश डोभाल स्मृति ट्रस्ट द्वारा आयोजित राजेन्द्र रावत “राजू भाई ” की स्मृति में आयोजित व्याख्यान माला में “वर्तमान में लोकतन्त्र के समक्ष चुनौतियाँ” विषय पर व्याख्यान दिया.
- जून 2018 में गैरसैण ब्लॉक के पत्थरकट्टा में सड़क को लेकर आंदोलनरत ग्रामीणों के आंदोलन को सक्रिय समर्थन
- मई 2018 में दिल्ली के महात्मा गांधी शांति प्रतिष्ठान में उत्तराखंड की स्थायी राजधानी गैरसैण के समर्थन में आयोजित गोष्ठी में हिस्सा लिया. ऐसी गोष्ठी उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में आयोजित हुई, उनमें भी भागीदारी और गैरसैण राजधानी के लिए विधानसभा पर प्रदर्शन समेत तमाम आंदोलनों एवं अभियानों में नेतृत्वकारी भागीदारी
- अप्रैल 2018 अनुसूचित जाति/ जनजाति अत्याचार निरोधक अधिनियम को कमजोर किए जाने के विरुद्ध आयोजित राष्ट्रीय प्रतिवाद में भागीदारी.
- 14 अप्रैल 2018 को नगरपालिका कर्णप्रयाग द्वारा आयोजित डॉ. अंबेडकर जयंती कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर भागीदारी
*जनवरी 2018 श्रीनगर(गढ़वाल) में डाक्टरों, पीने के पानी और एनआईटी निर्माण के लिए आंदोलन में हिस्सेदारी - जनवरी 2018 उपनल कर्णमचारी महासंघ की प्रदेशव्यापी हड़ताल का गोपेश्वर में सक्रिय समर्थन
- दिसंबर 2019 में उत्तराखंड सरकार द्वारा बनाए गए देवस्थानम बोर्ड के विरुद्ध देहारादून में विधानसभा पर आयोजित प्रदर्शन और श्रीनगर(गढ़वाल) में आयोजित रैली में भागीदारी
- दिसंबर 2019 में नागरिकता में भेदभाव करने वाले सीएए-एनआरसी क़ानूनों के खिलाफ देहरादून में आयोजित विभिन्न विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय भागीदारी
- अगस्त 2019 राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गोपेश्वर के शिक्षा संकाय में “शिक्षा में कला एवं अभिनय : अभिव्यक्ति एवं रचनात्मकता का प्रभावी माध्यम” विषयक कार्यशाला में विशेषज्ञ वक्ता के तौर पर भागीदारी
- जून 2019 में देहरादून में 108 एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल का समर्थन
- 14 अप्रैल 2019 में एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय में डा.अंबेडकर की 128वीं जयंती पर मुख्य वक्ता के तौर पर सम्बोधन
- दिसंबर 2020 देश भर में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में देहरादून और हल्द्वानी के प्रदर्शनों में हिस्सेदारी
- अक्टूबर-नवंबर 2020 बिहार विधानसभा के चुनाव में भाकपा(माले) के प्रचार अभियान को गति देने में हिस्सेदारी. इस चुनाव में पार्टी के 12 विधायक जीते.
- जून 2020 एम.बी.बी.एस की फीस सरकार द्वारा पंद्रह हजार रुपये सालाना से बढ़ा कर सीधे चार लाख छब्बीस हजार पाँच सौ रुपये किए जाने के खिलाफ मुख्यमंत्री को ज्ञापन
- मई 2020 बदहाल क्वारन्टीन सेंटर, जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था,प्रवासियों के विरुद्ध घृणा अभियान के खिलाफ वाम-जनवादी शक्तियों के सामूहिक प्रतिवाद भागीदारी और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा
- मई 2020 केंद्र, उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड समेत विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा लॉकडाउन अवधि को मजदूर आधिकारों के खात्मे के अवसर के रूप में इस्तेमाल करने के खिलाफ वाम-जनवादी संगठनों के प्रतिवाद में हिस्सेदारी अरु राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषण.
- मई 2020 देहरादून में राशन बांटने पर एक साथी को झूठे मुकदमे में फंसाए जाने के खिलाफ डीजीपी को पत्र लिखा, जिसके बाद इस मसले में डीजीपी उत्तराखंड ने जांच के आदेश दिये. अंततः यह फर्जी मुकदमा खत्म हुआ.
- मई 2020 कोरोना लॉकडाउन से प्रभावित मजदूरों, गरीबों, आम लोगों, आशा आंगनबाड़ी जैसे स्कीम कर्मियों, उपनल कर्मचारियों आदि के पक्ष में उत्तराखंड के वामपंथी,जनवादी पार्टियों और संगठनों के द्वारा लॉकडाउन का पालन करते हुए आयोजित धरने में हिस्सेदारी और प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषण
- अप्रैल-मई 2020 विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन के चलते फंसे उत्तराखंड के प्रवसियों को वापस लाये जाने की उचित व्यवस्था के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, केन्द्रीय गृह मंत्री आदि से निरंतर पत्राचार
- 14 अप्रैल 2020 डॉ.अंबेडकर की जयंती पर अजीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन, गोपेश्वर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वक्ता के तौर पर ऑनलाइन भागीदारी
- अप्रैल 2020 भाकपा(माले) द्वारा “भूख के विरुद्ध भोजन के लिए” नारे के साथ लॉकडाउन में सभी को भोजन की गारंटी के लिए आयोजित एक दिवसीय उपवास में हिस्सेदारी
- अप्रैल-मई 2020 देहरादून, हरिद्वार, रुड़की आदि विभिन्न जगहों पर फंसे अन्य राज्यों के मजदूर, जो राशन के अभाव का सामना कर रहे थे, उनके लिए पुलिस और प्रशासन के सहयोग से राशन का इंतजाम करवाया.
- मार्च 2020 फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में धांधली के खिलाफ देहरादून में आंदोलनरत युवाओं के धरने में भागीदारी और समर्थन
- फरवरी 2020 कपीरी संघर्ष समिति द्वारा क्षेत्र के सड़क,अस्पताल, जंगली जानवरों के आतंक आदि सवालों को लेकर आयोजित जुलूस-प्रदर्शन को सक्रिय समर्थन
- फरवरी 2020 एलआईसी के विनिवेश के खिलाफ हल्द्वानी में भाकपा(माले) द्वारा आयोजित प्रतिवाद में हिस्सेदारी
- जनवरी 2020 कश्मीर के गुलमर्ग में तैनात 11वीं गढ़वाल राइफल के हवलदार राजेन्द्र सिंह नेगी के लापता होने पर उन्हें तत्काल खोजे जाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, थल सेना अध्यक्ष, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से पत्राचार और ट्विटर पर आग्रह किया
- दिसंबर 2021 कर्णप्रयाग में डाक्टरों के तबादले के खिलाफ लिख कर और प्रदर्शन में हिस्सेदारी करके प्रतिवाद दर्ज कराया
- दिसंबर 2021 हरिद्वार में धर्म संसद के नाम पर धार्मिक घृणा और हिंसा फैलाने के आह्वान के खिलाफ प्रदेश के डीजीपी और हरिद्वार के एसएसपी को पत्र लिखा. जवाब में डीजीपी उत्तराखंड ने आश्वस्त किया कि कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा
- दिसंबर 2021 प्रदेश के सरकारी महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति लिखित परीक्षा के साथ अधिक पारदर्शी तरीके से कराने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री, राज्य लोकसेवा आयोग को पत्र भेजा
- दिसंबर 2021 उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में अनियमितताओं के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन
- नवंबर 2021 मल्ला चोपड्यूं को सड़क से जोड़े जाने की मांग के लिए ग्रामीणों के साथ पीडबल्यूडी गौचर में प्रदर्शन
- अक्टूबर-नवंबर 2021 एनआईओएस डीईएलएड के अभ्यर्थियों के आंदोलन में निरंतर भागीदारी
- अक्टूबर 2021 सिमली सहित प्रदेश की दुग्ध डेरियों में कार्यरत मजदूरों से आउटसोर्सिंग एजेंसी के ठेकेदार द्वारा पैसा मांगने के खिलाफ प्रदेश के मुख्यमंत्री, डीजीपी आदि को ज्ञापन भेजा. इस प्रकरण में पुलिस द्वारा ज्ञापन का संज्ञान लिया गया और पुलिस जांच जारी है
- अक्टूबर 2021 गैरसैण ब्लॉक के भराड़ीसैण में जहां उत्तराखंड की विधानसभा है, उस स्थल तक जाने के लिए दिवालीखाल से सड़क को चौड़ा करने के लिए दिवालीखाल में देवेन्द्र नेगी की दुकान पीडबल्यूडी द्वारा तोड़ दी गयी. इस मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत तमाम आला अधिकारियों के समक्ष उठाया गया. परिणामस्वरूप पीडबल्यूडी द्वारा उसी स्थल पर देवेन्द्र नेगी को दुकान बना कर दी गयी.
- अक्टूबर 2021 में भू कानून के लिए चले आंदोलन में सक्रिय भागीदारी, सरकार द्वारा नियुक्त समिति को लिखित में सुझाव भी भेजे
- सितंबर 2021 आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर राजकीय महाविद्यालय, नयी टिहरी में मुख्य अतिथि के तौर पर “भारत के स्वतंत्रता संग्राम में पेशावर विद्रोह” पर वक्तव्य
- अगस्त 2021 राजकीय महविद्यालय बड़कोट, उत्तरकाशी द्वारा “पलायन,समावेशी विकास एवं आजीविका” विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार में विषय विशेषज्ञ के तौर पर वक्तव्य
- अगस्त 2021 राजकीय इंटर कॉलेज, सिलपाटा के जर्जर भवन के मसले को उठाया, बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मेरे पत्र का संज्ञान लिया और विद्यालयी शिक्षा निदेशक को मामले में कार्यवाही के निर्देश दिये. बाद में मुख्यमंत्री ने इस विद्यालय के भवन निर्माण की घोषणा की.
- अगस्त से लेकर दिसंबर 2021 तक साथियों के सहयोग से प्राप्त नोटबुक और अन्य पठन-पाठन सामग्री का क्षेत्र के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में वितरण किया.
- जून 2021 कुम्भ में हुए कोविड टेस्टिंग घोटाले की वामपंथी पार्टियों की ओर से सीबीआई जांच की मांग की
- जून 2021 अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के मौके पर शासकीय माँ महामाया महाविद्यालय खड़गवां , जिला- कोरिया , छत्तीसगढ़ में आयोजित “पर्यावरण एवं विकास की अवधारणा” विषय पर गोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर वक्तव्य
- जून 2021 एनएचएम कर्मियों के आंदोलन का समर्थन
*मई 2021 आईडीपीएल ऋषिकेश को पुनर्जीवित करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री एवं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को वामपंथी पार्टियों की ओर से ज्ञापन
*मई 2021 कोरोना काल में पौड़ी जिले के चौथान क्षेत्र के गांव में कई गर्भवती महिलाएं 125 किलोमीटर तक अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था न होने के चलते दिक्कत में थीं. मामला संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी पौड़ी को पत्र भेजा, जिस पर जिलाधिकारी पौड़ी ने कार्यवाही की
*मई 2021 कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बेड, ऑक्सीजन आदि के लिए निरंतर लोगों की मदद के लिए हर मुमकिन प्रयास और सरकार पर इनकी उपलब्धता बनाने के लिए वर्चुअल आंदोलनात्मक पहल
*अप्रैल 2021 हमारे गाँव मैखुरा के विद्यालय में प्रधानाचार्य की नियुक्ति में अनियमितता के खिलाफ आवाज उठाई.फलतः वह नियुक्त निरस्त हुई और मामला उच्च न्यायालय से होता हुआ, शिक्षा निदेशक के यहाँ पहुँच गया है.
*अप्रैल 2021 कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति में अनियमितता के मामला में राज्यपाल के समक्ष प्रत्यावेदन दिया
*अप्रैल 2021 बाल विवाह के प्रकरण का खुलासा पोखरी के शिक्षक उपेंद्र सती जी द्वारा किए जाने के बाद इस मामले में जिलाधिकारी,चमोली, पुलिस अधीक्षक चमोली और पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड को कार्यवाही करने के लिए पत्र लिख कर मांग की. उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मेरे पत्र का संज्ञान लेते हुए उक्त प्रकरण पर कार्यवाही के निर्देश दिये
*मार्च 2021 कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल में विभिन्न अनियमितताओं के मामले में कार्यपरिषद सदस्य कैलाश जोशी एडवोकेट द्वारा आयोजित एक दिवसीय धरने में भागीदारी
*मार्च 2021 नंदप्रयाग-घाट सड़क को डेढ़ लेन किए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों के साथ भराड़ीसैण में विधानसभा पर प्रदर्शन करने को जाते हुए दिवालिखाल में बर्बर पुलिस दमन और लाठीचार्ज का डट कर मुक़ाबला किया. यह आंदोलन और उस पर हुआ लाठीचार्ज, तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत को गद्दी से बेदखल करने के मामले में निर्णायक सिद्ध हुआ.
*फरवरी 2021 गैरसैण में सेरा-तेवाखर्क मोटर मार्ग के लिए संघर्षरत ग्रामीणों के प्रदर्शन में हिस्सेदारी
*फरवरी 2021 जोशीमठ में आई आपदा में भाकपा(माले) एवं आइसा के साथियों के साथ निरंतर पंद्रह दिनों तक अपने परिजनों को खोजने आए लोगों की मदद का भरसक प्रयास किया. बचाव अभियान में हो रही चूकों और लापरवाही को निरंतर उजागर किया, साथ ही एनटीपीसी पर लापरवाही के लिए मुकदमा दर्ज करने के लिए भी प्रार्थना पत्र पुलिस को दिया.
यह एक सार-संक्षेप है, निश्चित ही इसमें कई सारी गतिविधियां और पहलकदमियां छूट गयी होंगी. लेकिन यह पाँच साल निरंतर सक्रियता की झलक तो दिखा ही देता है. जनसंघर्षो की आवाज सड़क से विधानसभा पहुंचे, इसके लिए 14 फरवरी 2022 को तीन तारे वाले झंडे का बटन दबाये, जो ईवीएम में तीसरे नंबर पर है.