- जोशीमठ पहुंचकर बोले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
कहा- मेरी पहली चिंता जोशीमठ, एक एक पल की रिपोर्ट लेने आया हूँ - हर प्रभावित को अंतरिम राहत देना सरकार का पहला लक्ष्य
- सभी भवनों को तोड़ना लक्ष्य नहीं है
- पुनर्वास और मुआवजे के लिए कमेटी बना दी है
- पारिस्थिकी और अर्थव्यवस्था के हिसाब से संतुलन बनेगा
- जोशीमठ पहुंचकर मुख्यमंत्री ने की भू-धसाव से प्रभावित लोगों से मुलाकात
- भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण।
- भू-धंसाव से प्रभावित लोगों को दिया सहयोग एवं मदद का आश्वासन
- भू-धंसाव से प्रभावित लोगों की मदद के लिये प्रधानमंत्री ने दिया है हर संभव सहयोग का आश्वासन।
- पी.एम.ओ द्वारा स्थिति की जा रही है निरंतर समीक्षा
- केंद्र व राज्य सरकार के सभी संबंधित संस्थान आपसी समन्वय के साथ भू-धसाव से प्रभावित क्षेत्र का कर रहे हैं अध्ययन
- भू-धंसाव से प्रभावित लोगों की मदद में उनकी अपेक्षाओं का किया जायेगा सम्मान
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में राहत शिविर का दौरा किया और वहां रुके लोगों से मिले। मुख्यमंत्री ने वहां की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।
Joshimath Sinking,CM Dhami on ground zero to handle the disaster: बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दोपहर बाद अचानक जोशीमठ के लिये रवाना जो गए। सीएम धामी ने भू धंसाव के कारण देश दुनिया में चर्चा का विषय बन चुके धार्मिक, पौराणिक, सांस्कृतिक, टूरिज्म और सामरिक लिहाज से बेहद अहम सीमांत शहर जोशीमठ पहुंचते ही जहां अफसरों को तलब कर हालात की समीक्षा की, वहीं,सीधे भू धंसाव संकट के शिकार हुए पीड़ितों से मिलकर राहत और पुनर्वास के इंतजाम देखें और पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
सीएम धामी के संकटग्रस्त जोशीमठ में उतरने से पहले जिला प्रशासन और देहरादून से गए अफसरान मुआवजे की नीति और ध्वस्तीकरण को लेकर बने गतिरोध को शांत कराने को लेकर पसीना बहा रहे थे। सीएम धामी ने जोशीमठ पहुंचते ही सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम से राहत एवं भू-धंसाव से उत्पन्न स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री धामी हेलीपेड से सीधे भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के लिये निकले तथा भू-धंसाव से प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को विश्वास दिलाया कि इस संकट के समय में केंद्र व राज्य सरकार संजीदगी के साथ उनके साथ खड़ी है। इस स्थिति का सामना करने के लिये उनकी अपेक्षाओं का पूरा सम्मान किया जायेगा। भू-धंसाव से प्रभावित लोगों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें कम्बल भी वितरित किये।
जोशीमठ में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जोशीमठ में चिन्हित भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्रों के सभी भवनों को नहीं बल्कि अभी सिर्फ दो होटलों को ही तोड़ा जाएग, और वह भी सभी की सहमति से ही। सीएम ने कहा कि इसके साथ ही राहत एवं पुनर्वास के लिए यहां पर कमेटी बना दी गई है, सारे नाम उसमें सम्मिलित कर दिए हैं। सीएम ने कहा कि सभी प्रमुख वर्गों के लोगों को उसमें सम्मिलित कर आगे की कार्यवाही की जाएगी। सीएम ने कहा कि राहत एवं पुनर्वास ठीक तरीके से हो, यह हमारी प्राथमिकता है। धामी ने कहा कि अंतरिम राहत की घोषणा कर दी गई है। सीएम ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि जल्द से जल्द सभी प्रभावितों तक अंतरिम राहत पहुंचे ताकि लोगों को फौरी तौर पर राहत मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके आज सुबह से ही अन्य जगह भी कार्यक्रम लगे थे लेकिन उन्हें लगा कि इस संकट की घड़ी में उन्हें जोशीमठ में अपने भू-धंसाव से प्रभावित भाई-बहनों के साथ रहना चाहिए और वे यहां आ गये हैं। सीएम ने कहा कि इस संकट की घड़ी में वे उनके साथ खड़े हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस संकट के समय हमारे साथ खड़े हैं l। CM धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं तथा सहायता भी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि यहां पर भू-धंसाव के कारण जितना नुकसान हुआ है, वह हो चुका है और आगे सब ठीक हो जाएगा। सीएम ने कहा कि आने वाले समय में यहां राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों का आयोजन होना है और कुछ समय बाद चार धाम यात्रा भी शुरू होनी है,इसलिए इस प्रकार का वातावरण न बनाया जाये कि पूरा उत्तराखंड खतरे में आ गया है। सीएम ने कहा कि इस क्षेत्र का विकास तेजी से हो रहा है और हमारी कोशिश रहेगी कि इकोलॉजी और इकोनॉमी दोनों का संतुलन बनाकर विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जाए।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ के साथ-साथ उत्तराखंड के अन्य शहरों की धारण क्षमता का भी हम आंकलन करवाएंगे। अगर उनमें क्षमता से ज्यादा निर्माण हो चुका होगा तो उसको धीमा कराने का कार्य किया जायेगा। मारवाड़ी स्थित जेपी कॉलोनी के समीप जहां पानी का रिसाव हो रहा है उसके स्थलीय निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि आज पानी आधे से भी कम हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपदा की इस घड़ी में हम प्रभावितों के साथ खड़े हैं। इसमें कहीं किसी को भी किसी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए कि सरकार उनके साथ नहीं खड़ी है। सीएम ने दोहराया कि पूरी सरकार उनके साथ खड़ी है और प्रधानमंत्री का भी संपूर्ण आश्वासन है। सीएम ने कहा हमारी जो भी अपेक्षाएं हैं, उन अपेक्षाओं के अनुरूप उनके पुनर्वास और सेटलमेंट के लिए काम कर रहे हैं और प्रधानमंत्री भी स्वयं और उनका कार्यालय भी लगातार इस बात की चिंता कर रहा है तथा लगातार अपडेट ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी रात्रि विश्राम जोशीमठ में करेंगे तथा प्रभावितों की हर संभव मदद के लिये जोशीमठ में कैम्प कर रहे उच्चाधिकारियों, आयुक्त एवं जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ही स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे।