देहरादून: मोदी-शाह दौर की बीजेपी की एक ख़ासियत यह भी रही है कि चुनावी जीत को लेकर रणनीति बदलने या त्वरित निर्णय लेकर उलटफेर करने से न हिचका जाए। इस रणनीति से जहां पार्टी को नए सिरे से बिसात बिछाने का मौका मिल जाता है, वहीं राजनीतिक विरोधियों की तैयारियों के लिहाज से यह झटके जैसा होता है। उत्तराखंड में पहले मुख्यमंत्री पद गढ़वाल से ले जाकर कुमाऊं में देना और फिर मोदी मंत्रिमंडल से गढ़वाल के हरिद्वार से आने वाले रमेश पोखरियाल निशंक को हटाकर कुमाऊं से नैनीताल सांसद अजय भट्ट को मंत्री बनाना 2022 की बिसात को नए सिरे से बिछाने की रणनीति का ही हिस्सा रहा है।
बीजेपी नेतृत्व लगातार कुमाऊं पर फ़ोकस कर रहा है और अब राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का 20 और 21 अगस्त का उत्तराखंड दौरा तय हो गया है तो कहा जा रहा है कि नड्डा देहरादून के अलावा कुमाऊं प्रवास भी करेंगे।
दरअसल बीजेपी कुमाऊं फोकस में जहां कांग्रेसी दिग्गज हरीश रावत के मुकाबले जवाबी रणनीति तैयार कर रही, वहीं धामी-भट्ट के सहारे जीत की व्यूह रचना भी बुन रही है। इसी रणनीति के तहत रामनगर में चिंतन बैठक कराई गई। अब 70 विधानसभाओं के पूर्णकालिकों की कार्यशाला भी कुमाऊं में कराने की तैयारी है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने द न्यूज अड्डा से बातचीत में कंफर्म किया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के देवभूमि आने का 20-21 अगस्त का कार्यक्रम तय हो चुका है। राष्ट्रीय अध्यक्ष करीब एक दर्जन विभिन्न बैठकों/कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे लेकिन देहरादून के साथ हल्द्वानी में उनका एक या कुछ कार्यक्रम रखे जाने पर अंतिम निर्णय सोमवार को पार्टी नेताओं की बैठक में लिया होगा।
इस दौरान संगठन के साथ साथ मुख्यमंत्री और मंत्रियों के साथ भी राष्ट्रीय अध्यक्ष की बैठक होगी और सरकार की रीति नीति पर खुलकर चर्चा होगी। जाहिर है जेपी नड्डा दो दिनों में सरकार और संगठन की नब्ज टटोलकर जाएंगे।
कुमाऊं मंडल में भाजपा के फोकस की एक प्रमुख वजह पार्टी का एक सर्वे बताया जा रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व के स्तर पर कराए गए इस सर्वे के नतीजों के बाद ही सत्ता की कमान खटीमा के युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी के हाथों में सौंपी गई। नैनीताल ऊधमसिंह नगर के सांसद अजय भट्ट को केंद्रीय मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के तौर पर जगह मिली। सियासी जानकारों का मानना है कि कुमाऊं के पार्टी नेताओं को महत्व देकर पार्टी संतुलन साधना चाहती है।
पार्टी दिग्गजों के कुमाऊं मंडल में दौरे लगातार जारी हैं। रामनगर में चिंतन शिविर में राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष आए। पार्टी प्रभारी दुष्यंत गौतम भी कुमाऊं के दौरे पर हैं। उन्हें सियासी नब्ज टटोलने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने भेजा है। अब अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कुमाऊं दौरा भी तय होता है तो इसकी अहमियत समझी जा सकती है। बताया जा रहा है कि इसी महीने ही पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष हल्द्वानी आएंगे। वह पूर्णकालिकों की कार्यशाला में भाग लेंगे।
विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी खुलकर समर्थन में उतर आया है। पिछले दिनों पार्टी मुख्यालय में स्वास्थ्य स्वयंसेवक कार्यकर्ताओं की वर्कशाप में आरएसएस के प्रांत प्रचारक युद्धवीर ने भी मार्गदर्शन दिया था।