- ‘नौछमी नरैणा’ से डूबे तिवारी, ‘नकर नकर भ्रष्टाचार’ से तैरेंगे धामी ?
Uttarakhand Politics and folk songs impact: उत्तराखंड की सियासत में folk songs यानी लोक गीतों का चलन पुराना है। आप बिल्कुल नहीं भूले होंगे गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के गाए वो गीत जिन्होंने इस दौर के सत्ता तंत्र को जनता में एक्सपोज कर दिया था और चुनावी बिसात पर फिर सत्ताधारी दल को इसकी कीमत चुकानी पड़ी थी।
खासकर तिवारी सरकार में जब रेवड़ियों की तरह लाल बत्तियां बंटने लगी तब गढ़ रत्न नेगीदा ने “नौछमी नरैणा” गाकर मुख्यमंत्री पंडित नारायण दत्त तिवारी को जनता में विलेन साबित कर दिया और नतीजा ये रहा कि 2007 में कांग्रेस की सरकार चली गई।
फिर नरेंद्र सिंह नेगी ने निशंक राज में “अब कथगा खैल्यो” गीत गाकर बीजेपी की नींद उड़ा दी थी। कहते है कि 2012 के चुनाव से पहले डॉ निशंक को हटाकर अगर दोबारा खंडूरी है जरूरी का नारा बीजेपी ने दिया तो इसके पीछे का नैरेटिव गढ़ने के कारकों में एक बड़ा कारण गढ़ रत्न का ये गीत भी रहा।
साफ है उत्तराखंड के लोक पर गीत का खासा असर पड़ता है और चुनावी बिसात पर भी एक गाना किसी भी राजनेता को जनता में हीरो और विलेन बनाने की ताकत रखता है। शायद उत्तराखंड के लोक जीवन और सियासत ने घुली लोक गीतों की इसी छिपी ताकत का फायदा अब युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उठा लेना चाहते हैं।
गुरुवार को लॉन्च हुआ कुमाऊंनी लोक गीत इसी दिशा में पहला प्रयास जन पड़ता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी सरकार के भ्रष्टाचार पर सख्ती और पारदर्शी परीक्षा तंत्र विकसित करने के दावे के साथ एक वीडियो सॉन्ग रिलीज हुआ। भूपेन्द्र भसेड़ा के इस वीडियो सॉन्ग को खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लॉन्च किया है।
गाने के बोल कुछ तरह हैं:
‘नकर नकर भ्रष्टाचार, सख्त हैरे यो सरकार,जीरो टॉलरेंस मोटो, पारदर्शी ईमानदार।
कुमाऊंनी में लिखे गए इस गीत के माध्यम से गीतकार और गायक भूपेंद्र बसेड़ा ने धामी सरकार द्वारा किए जा रहे करप्शन पर जीरो टॉलरेंस के दावे से लेकर नकल माफिया की जेल में डालने, घूसखोरी और भाई भतीजावाद पर रोक लगाने जैसे मुद्दों पर सरकार की तारीफ की गई है।
धामी सरकार लगातार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने का दम भर रही है और एक के बाद एक हुए पेपर लीक घोटालों के बाद सरकार पूरे जोर शोर के साथ इस कोशिश में जुटी है कि जनता में उसकी नकल माफिया पर बरती गई सख्ती का सही संदेश जाए। शायद धामी सरकार के लिए चुनौती इसलिए भी बनी हुई है कि बॉबी पंवार की अगुआई वाला उत्तराखंड बेरोजगार संघ लगातार भर्ती भ्रष्टाचार को लेकर अपना मोर्चा खोले हुए है।
लिहाजा सरकार भी अपने नकल माफिया पर बरती गई सख्ती के नैरेटिव को कमजोर नहीं पड़ने देना चाह रही है। इसीलिए ऐसा लगता है कि यह कुमाऊंनी गीत सामने लाया गया है और संभव है कि आगे कोई गढ़वाली लोकगीत भी धामी सरकार को लेकर सुनाई दे।
देखना दिलचस्प होगा कि लोक गायक भूपेंद्र बसेड़ा का ये कुमाऊंनी गीत इस लिहाज से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए कितना मारक साबित होता है?
सीएम धामी ने किया गीत का विमोचन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में भ्रष्टाचार के खिलाफ जन जागरूकता फैलाये जाने हेतु तैयार किये गये वीडियोगीत ‘‘नकर-नकर भ्रष्टाचार, सख्त हैरे यो सरकार’’ गीत का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस गीत के माध्यम से सरकार द्वारा सुशासन की दिशा में किये जा रहे कार्यों को दिखाने का शानदार प्रयास किया गया है। सरकार द्वारा भ्रष्टाचारियों पर की जा रही कारवाई के प्रति जन जागरूकता फैलाने का अच्छा प्रयास गीत के माध्यम से किया गया है।
इस गीत में सरकार द्वारा भ्रष्टाचार और नकल के विरूद्ध अपनाये जा रहे सख्त रूख एवं जीरो टॉलरेंस की नीति को प्रदर्शित किया गया है। यह गीत गीतकार एवं गायक भूपेन्द्र बसेड़ा द्वारा क्षेत्रीय मिश्रित भाषा का उपयोग कर तैयार किया गया है। इस वीडियो गीत में मुख्य किरदार ओम तरोनी तथा उर्वशी शाह द्वारा भूमिका निभायी गयी है तथा संगीत विक्की जुयाल द्वारा दिया गया है।
इस अवसर पर विधायक मोहन सिंह मेहरा, सचिव आर. मीनाक्षी सुदंरम्, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, एमडी पिटकुल पी0सी0 ध्यानी, ललित जोशी, राजेन्द्र चौधरी, देवेन्द्र बिष्ट आदि उपस्थित थे।