दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम छह बजे अपनी कैबिनेट का न सिर्फ आकार बदल रहे बल्कि उसका सामाजिक व चुनावी समीकरण साधते हुए पूरा चेहरा बदलने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि आज 43 मंत्री शपथ लेंगे जिनमें कुछेक राज्यमंत्री से कैबिनेट बनाए जाएंगे और एक दर्जन मंत्रियों के इस्तीफे हो चुके हैं कुछ और हो सकते हैं। मोदी कैबिनेट में नियमानुसार अधिकतम 81 मंत्री हो सकते हैं और फिलहाल कुल 53 मंत्री ही थे जिनमें 11 मंत्रियो के इस्तीफे हो चुके हैं।
मंत्रिमंडल के संभावित मंत्रियों को मोदी मंत्र भी मिल चुका है लेकिन जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी ने कैबिनेट विस्तार से पहले सर्जरी की है वो बड़ा मैसेज देती है।
रमेश पोखरियाल निशंक से शिक्षा मंत्री पद से इस्तीफा ले लिया गया है। नई शिक्षा नीति से लेकर कोविड में ऑनलाइन परीक्षा, सीबीएसई 12 वीं एग्ज़ाम मसला सुलझाने से लेकर तमाम काम गिनाए जै रहे थे फिर उनकी छुट्टी क्यों कर दी गई। हालाँकि निशंक को ओएसडी अजय बिष्ट ने स्वास्थ्य कारण समझाया है। निशंक के विभाग में उनके जूनियर शिक्षा राज्यमंत्री संजय धोत्रे से भी इस्तीफा ले लिया गया है।
कोरोना जंग में बढ़-चढ़कर डॉ हर्षवर्धन की तारीफ़ें हो रही थी और प्रधानमंत्री मोदी से लेकर पूरी केन्द्र सरकार कोरोना जंग को बेहतर ढंग से हैँडल करने का क्रेडिट ले रहे थे। फिर जब तीसरी लहर का खतरा आसन्न बताया जा रहा तब उनकी छुट्टी कर दी गई। उनके जूनियर यानी स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौधरी का भी इस्तीफा ले लिया गया है।
साफ है प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना की दूसरी लहर को लेकर बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था आदि को लेकर स्वास्थ्य मंत्री को फेल पाया है। उर्वरक और रसायन मंत्री से लेकर श्रम मंत्री फेल साबित रहे हैं।