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नीति मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग पहाड़ी से चट्टान टूटने के बाद बंद, बदरीनाथ हाईवे रडांग बैंड पर 6 दिन बाद भी नहीं खुला

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  • नीति घाटी के लोग मुख्य बाजारों तक नहीं पहुंच पा रहे
  • भारतीय सीमा को जोड़ने वाली सड़क चट्टान टूटने से अवरुद्ध
  • 20 मई को हुई बारिश के बाद अभी तक बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी नहीं खुल पाया

जोशीमठ: नीति मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग बुधवार को लोंग के पास पहाड़ी से चट्टान टूटने के कारण बंद हो गया है। इस वजह से नीति घाटी के लोग मुख्य बाजारों की तरफ नहीं पहुंच पा रहे हैं। कोशा गांव के निवासी देवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पहाड़ी टूटने की सूचना बीआरओ को दे दी गई है। सूचना मिलने के बाद बीआरओ की एक मशीन मौके पर पहुंच गई लेकिन मशीन मौके पर पहुंचते ही खराब हो गई है।
उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क काफी देर से बंद है। वहीं जो लोग बीमारी की वजह से अपना इलाज कराने के लिए जोशीमठ आ रहे थे वे भी रास्ते में फंसे हुए हैं।


मार्ग खोलने के लिए कोई ठोस रणनीति बीआरओ द्वारा नहीं बनाई गई है। इससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद कई जगहों पर चट्टानें खिसक रही हैं जिसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह से बाधित हो रहे हैं। 20 मई को हुई बारिश के बाद अभी तक बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी नहीं खुल पाया है। पिछले 6 दिनों से मौके पर मशीनें लगाकर मार्ग खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन अभी तक मार्ग खोलने में सफलता हासिल नहीं हो हुई है। यहां तक कि कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं हो पाई है, जबकि दूसरी तरफ बुधवार को मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद हो जाने के बाद घाटी के लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।


प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए ना ही प्रशासन के पास कोई ठोस रणनीति है और ना ही मशीनरी पावर! सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़क 6 दिनों से बंद पड़ी हुई है इससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या प्रशासन की प्राकृतिक आपदाओं को लेकर कोई ठोस तैयारी पहले से नहीं होनी चाहिए? या फिर शासन-प्रशासन के लचर रवैये की क़ीमत सीमांत क्षेत्रों के ग्रामीणों को चुकाते रहना होगा!
रिपोर्ट: नितिन सेमवाल, स्थानीय पत्रकार, जोशीमठ

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