
C Voter Survey News: ऐसे में जब हिमाचल प्रदेश और गुजरात में चुनावी बिगुल बजा है, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बदरी केदार से लेकर मंदिर मंदिर दर्शन अभियान चुनावी लिहाज से हिमाचल प्रदेश और गुजरात में बीजेपी के लिए कितना फायदेमंद होगा? इस सवाल को लेकर एबीपी ने सी वोटर के साथ मिलकर सर्वे किया है जिसमें दोनों चुनावी राज्यों के वोटर्स से कई सवाल पूछे गए हैं।
सी वोटर के सर्वे में एक सवाल के जवाब में हिमाचल प्रदेश के 63 फीसदी वोटर्स ने कहा है कि राज्य के चुनाव में करप्शन एक बड़ा मुद्दा है। जबकि 37 फीसदी वोटर्स ने करप्शन को बड़ा मुद्दा नहीं माना है। सर्वे में शामिल 49 फीसदी लोगों ने माना है कि बीजेपी के पास जीतने योग्य प्रत्याशी सबसे अधिक हैं।
क्या पीएम मोदी के हिंदू धर्म स्थलों के दर्शन अभियान से बीजेपी को चुनावी लाभ मिलेगा?
इस सवाल के जवाब में 56 फीसदी लोगों माना है कि मोदी के धर्म स्थलों पर जाने का सियासी लाभ बीजेपी को हिमाचल और गुजरात चुनाव में मिलेगा। जबकि 44 फीसदी ने इससे इंकार किया है। एक अन्य सवाल के जवाब में सर्वे में शामिल लोगों ने कहा कि विपक्ष द्वारा सीधे मोदी को टारगेट करने से फायदे की जगह नुकसान ही हो रहा है। जबकि 43 फीसदी ऐसा नहीं मानते हैं।
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को आज का भगत सिंह कहना सही नहीं
सी वोटर सर्वे में एक सवाल के जवाब में 63 फीसदी लोगों ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को आज का भगत सिंह कहना गलत है। जबकि 37 फीसदी लोगों ने ऐसा कहना सही माना है। मनीष सिसोदिया से सीबीआई को पूछताछ को 42 फीसदी ने बीजेपी के लिए और 34 फीसदी ने AAP के लिए चुनावी फायदे का सौदा करार दिया है। जबकि 15 फीसदी इसमें कांग्रेस का फायदा देख रहे हैं।
क्या कांग्रेस कर रही चुपचाप चुनावी तैयारी?
सी वोटर में शामिल 46 फीसदी ने इस सवाल से असहमति रखते हुए कहा है कि कांग्रेस गुजरात चुनाव में लड़ाई से ही बाहर हो चुकी है। जबकि 36 फीसदी मानते हैं कि कांग्रेस लड़ाई में बनी हुई है और 18 फीसदी मानते हैं कि कांग्रेस गुजरात चुनाव की चुपचाप तैयारियां कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष बने मल्लिकार्जुन खड़गे लेकर आएंगे बदलाव ?
सी वोटर के सर्वे में इस सवाल पर 25 फीसदी लोगों ने माना कि कांग्रेस की स्थिति में मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने से भी कोई तब्दीली नहीं आने वाली है। जबकि 42 फीसदी को लगता है कि खड़गे पार्टी के हालात बदलेंगे और 33 फीसदी को लगता है कि खड़गे के अध्यक्ष बनने से कांग्रेस की स्थिति और खराब होने जा रही है।