
PM Modi I-Day Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से न केवल कोर विचारधारा वाले मुद्दे उठाए बल्कि यूसीसी को सेकुलर सिविल कोड की संज्ञा देते हुए देश को 75 सालों से चले आ रहे कम्यूनल सिविल कोड से मुक्ति दिलाने का आह्वान किया।
खास बात यह रही कि बीजेपी के केंद्र की सत्ता में तीसरी बार वापसी करते 32 सीटों की कमी और सहयोगियों को बैसाखी की हकीकत के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराने का मुद्दा जोर शोर से उठाया। प्रधानमंत्री मोदी ने पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर खुलकर बोला तो अपनी सरकार की उपलब्धियों का पूरा ब्यौरा भी पेश किया।
आइए जानते हैं लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें:
1.सेकुलर सिविल कोड
प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी के कोर एजेंडे यूनिफॉर्म सिविल कोड को नए शब्दों में पिरोते हुए कहा कि देश को सेकुलर सिविल कोड की जरूरत है जिससे एक देश एक कानून की हमारी अवधारणा सही साबित हो सके। पीएम मोदी ने कहा कि देश के बहुत दिनों तक कम्यूनल सिविल कोड लागू रहा है, अब सेकुलर सिविल कोड लाया जाना चाहिए। विपक्ष को निशाने पर लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यूसीसी का जिक्र हमारे संविधान में है और हमारी ड्यूटी है कि हम संविधान निर्माताओं के विजन को पूरा करें।
2.वन नेशन वन इलेक्शन
लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने यह संदेश देने की कोशिश भी की कि भले बीजेपी अपने बूते बहुमत से दूर रह गई हो लेकिन वे अपनी राजनीति को बदलने वाले नहीं हैं। यही वजह रही कि पीएम मोदी ने लगातार होने वाले चुनावों को देश की प्रगति में बड़ा बाधक मानते हुए एक बार फिर वन नेशन वन इलेक्शन का राग अलापा। पीएम ने सिर्फ बार बार होने वाले चुनाव से विकास की गति के ब्रेक लगाने की बात हैं बल्कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में बनी समिति का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा कि अब बारी आ चुकी है कि देश को एक देश एक चुनाव की तरफ बढ़ना होगा।
3.महिला सुरक्षा
प्रधानमंत्री मोदी ने कोलकाता के RG Kar Medical College and Hospital की ट्रेनी डॉक्टर का रेप के बाद मर्डर करने के मामले का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ ऐसे जघन्य अपराधों में राज्य सरकारों को त्वरित सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए।
4.भ्रष्टाचार के खिलाफ युद्ध
एक तरफ पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अब दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को अदालत से जमानत मिलने के बाद कटघरे में खड़ी जांच एजेंसियों का परोक्ष रूप से बचाव करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश का प्रत्येक नागरिक भ्रष्टाचार से तंग आ चुका है। पीएम ने कहा कि हमने इसके खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है और इसके लिए मुझे कीमत चुकानी पड़ेगी लेकिन देश से बढ़कर कुछ नहीं लिहाजा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
5.परिवारवाद पर निशाना
विपक्षी दलों खासकर इंडिया गठबंधन पर परिवारवाद का आरोप लगाते आ रहे प्रधानमंत्री मोदी ने लालकिले से फिर विरासत वाली सियासत पर हमला बोला। परिवारवाद पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जरूरत है कि देश से एक लाख युवाओं जिनका पारिवारिक बैकग्राउंड राजनीति से मुक्त हो, ऐसे लोगों को पंचायत से पार्लियामेंट तक प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। राजनीति में ऐसे चेहरों की एंट्री से नए विचार आयेंगे।
6.बांग्लादेश को संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने पड़ोसी देश बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को संदेश देते हुए कहा कि भारत के 140 करोड़ हिंदू चाहते हैं कि वहां अल्पसंख्यक सुरक्षित रहें। हम चाहते हैं कि पड़ोसी देश शांति और खुशहाली के रास्ते पर आगे बढ़ें। पीएम ने कहा कि हम आज भी बांग्लादेश के शुभचिंतक हैं।
7. विकसित भारत@2047
प्रधानमंत्री मोदी ने आह्वान करते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है और इसके लिए जनभागीदारी की ज़रूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने किस तरह से माहौल बदला है और 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं, उससे आकांक्षाएं बढ़ी हैं।
8. आतंकवाद पर प्रहार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कभी आतंकवादी मारकर चले जाते थे लेकिन अब देश की सेना एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक करती है।
9. नकारात्मक लोगों से बचें
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग देश का विकास नहीं देख सकते। हमें ऐसे नकारात्मक लोगों से बचना होगा। पीएम ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं कि वे हर बात में नकारात्मकता ही देखते हैं और हमें विकसित भारत की तरफ बढ़ते हुए ऐसे लोगों को नजरंदाज करना होगा।
10. सुधारों को धरातल पर उतारा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले ऐसा माहौल बन गया था कि जो है उसमें गुजारा कर लो। लोग कहते थे अब कुछ नहीं हो सकता है लेकिन हमने माहौल बदला है। पीएम ने कहा कि हमें जिम्मेदारी मिली तो हमने सुधारों को जमीन पर उतारा है और मैं देशवासियों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि हम सुधारों के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने और भी कई बड़ी बातें कहीं हैं।
पीएम ने कहा है कि पांच साल में 75000 नई मेडिकल सीटें बढ़ाई जाएंगी।
नई शिक्षा नीति विकसित भारत के लिए जो जरूरत है उसे पूरा करेगी क्योंकि यह 21वीं सदी के अनुरूप शिक्षा नीति है। भाषा के कारण देश का टैलेंट न रुके और मातृभाषा में देश का युवा अपने सपने पूरे कर सकता है नई शिक्षा नीति के बाद।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे पेरिस समझौता भूले नहीं हैं और 2030 तक भारत रिन्यूएबल एनर्जी में 500 गीगावाट तक चला जायेगा।