देहरादून: कोरोना के चलते दो साल से बाधित रही चारधाम यात्रा को लेकर इस बार देश-विदेश के श्रद्धालुओं में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। लाखों यात्रियों ने हफ्तेभर में चारधाम यात्रा कर ली है जबकि करीब 10 लाख यात्रियों ने अब तक पंजीकरण कराया है। लेकिन बढ़ती यात्रियों की संख्या जहां धामी सरकार और प्रशासन के पसीने छुड़ा रही, वहीं छह दिनों में 20 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा चिन्ताजनक है। मामले की गंभीरता को समझते हुए प्रधानमंत्री कार्यकाल( PMO) ने राज्य सरकार से इतनी बड़ी संख्या में हुई मौतों को लेकर जवाब तलब कर लिया है। पीएमओ ने राज्य सरकार से श्रद्धालुओं की मौत के कारणों और चारधाम यात्रियों को मुहैया कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का ब्योरा भी माँगा है।
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी चारों धामों खासतौर पर केदारनाथ धाम को लेकर पिछले आठ सालों में काफी संजीदा नजर आए हैं। केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर पीएम मोदी लगातार मॉनिटरिंग कर ही रहे हैं, बदरीनाथ धाम को लेकर मास्टर प्लान के चलते प्रधानमंत्री कार्यालय भगवान बदरीविशाल के धाम को लेकर भी निगरानी कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना महामारी के दो साल बाद पूरे उत्साह से शुरू हुई चारधाम यात्रा की मॉनिटरिंग हो रही है।
हालात की गंभीरता को समझते हुए मुख्यमंत्री पु्ष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं से अपील की है। सीएम धामी ने कहा कि बड़ी संख्या में यात्री आ रहे हैं लिहाजा सरकार ने सभी धामों पर रोजाना दर्शन करने वालों की संख्या एक-एक हजार बढ़ा दी है। तीन मई से यात्रा शुरू हुई थी और मंगलवार तक दो लाख से अधिक यात्रियों ने चार धाम यात्रा कर ली है।