Pure Politics: क्या उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है? क्या सहारनपुर के गुप्ता बंधु राज्य सरकार गिराने के लिए 500 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं? यह सनसनीखेज खुलासा किसी सरकारी खुफिया एजेंसी द्वारा नहीं किया गया है बल्कि खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने गैरसैंण विधानसभा सत्र के दौरान सदन और बाहर, दोनों जगह दावा किया कि गुप्ता बंधुओं ने धामी सरकार गिराने के लिए पांच सौ करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं।
सवाल है कि जिस साजिश की भनक खुफिया एजेंसियों, पुलिस और गृह मंत्रालय तक को नहीं लगी उसका खुलासा विधानसभा में निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने कर दिया, लेकिन सरकार ने इस पर अभी तक खामोशी ओढ़ रखी है। वरना जिस राज्य में 18 मार्च 2016 को तत्कालीन सरकार को गिराने के लिए नौ विधायकों को तोड़ लेने का उदाहरण सामने हो वहां भला सत्तापक्ष का बेफिक्र होकर चुप्पी साध लेना कहीं से कहीं तक समझ से परे है।
जबकि दूसरी तरह त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार में वन मंत्री रहे डॉ हरक सिंह रावत के खिलाफ जिम कार्बेट नेशनल पार्क के पाखरो टाइगर सफारी घोटाले में सीबीआई फिर से एक्टिव हो गई है और हाल में कांग्रेस नेता से केंद्रीय जांच एजेंसी ने दो घंटे तक पूछताछ की है। हालांकि हरक सिंह रावत ने मीडिया को बयान देकर कहा है कि सारे फैसले तत्कालीन मुख्यमंत्री और कैबिनेट के माध्यम से लिए गए थे।
सवाल है कि क्या पहले लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक रहे हरक सिंह रावत के ठिकानों पर ईडी, सीबीआई की छापेमारी और अब केदारनाथ उपचुनाव को लेकर उनकी दावेदारी की चर्चाओं के बीच सीबीआई द्वारा पूछताछ! सियासी गलियारे में चर्चा यही है कि क्या केदारनाथ उपचुनाव आते आते हरक सिंह रावत को गिरफ्तार भी किया जा सकता है ? The News ADDA के यूट्यूब चैनल पर जाकर आप शुरू से आखिर तक ज़रूर देखिए इससे सम्बन्धित वीडियो।