National Herald Case Rahul Gandhi appears before ED in Delhi: कहते हैं सियासी संकट भी कई बार विपरीत दिशाओं में दौड़ रहे पार्टी नेताओं को मंच पर ला देता है। विधानसभा चुनाव 2022 में लगातार दूसरी बार करारी हार के बाद उत्तराखंड कांग्रेस में मची रार थम ही नहीं पा रही थी। पूर्व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने से आहत तो थे ही, उससे कहीं ज़्यादा तकलीफ़ ये थी कि केन्द्रीय नेताओं केसी वेणुगोपाल और देवेन्द्र यादव ने गुटबाज़ी से हार का ठीकरा उनके सिर भी फोड़ दिया था। इसके बाद तो प्रीतम सिंह इतने ख़फ़ा हुए कि करन माहरा, यशपाल आर्य और हरीश रावत सहित तमाम नेता कई बैठकों में एक साथ नज़र आए लेकिन प्रीतम सिंह ने ऐसे मौक़ों पर दूरी ही बनाकर रखी।
लेकिन सोमवार को नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय यानी ED दफ़्तर पेश हुए तो देशभर में कांग्रेसियों ने सड़कों पर उतरकर सत्याग्रह छेड़ दिया और देहरादून में भी प्रदेश नेता एकजुट होकर सड़क पर दिखाई दिए। देहरादून में ईडी दफ़्तर के बाहर चिलचिलाती धूप में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के साथ नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह डटे नज़र आए। प्रदर्शन के दौरान पुलिस बाक़ी नेताओं को पुलिस लाइन लेकर गई तब भी प्रीतम सिंह, करना माहरा और यशपाल आर्य को भी गिरफ़्तार कर ले जाया गया।
ज़ाहिर है ईडी के सामने राहुल गांधी की पेशी के बहाने उत्तराखंड ही नहीं देशभर में कांग्रेसी ग़ुस्से और सड़क पर नज़र आए। देहरादून में भी गुटबाज़ी से हटकर आज कांग्रेस नेता एक साथ सड़क पर दिखे। लेकिन आहत प्रीतम सिंह को अब तक पार्टी और माहरा-आर्य की बदौलत कितनी राहत पहुँची होगी, इसके लिए ज़्यादा दिन इंतज़ार नहीं करना होगा बल्कि 14 जून से शुरू रहे विधानसभा के बजट सत्र में विपक्षी नेताओं के सरकार पर हमलावर तेवरों में ही एकजुटता की पड़ताल हो जाएगी।
बहरहाल अभी आप उत्तराखंड कांग्रेस के राहुल गांधी के समर्थन में आज मोदी सरकार के खिलाफ हल्लाबोल का मज़मून यहाँ पढ़िए:-
कांग्रेस पार्टी ने केन्द्र की मोदी सरकार पर केन्द्रीय एजेंसियों के माध्यम से विपक्षी दल के नेताओं के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आज पूरे देश में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालयों के सम्मुख विरोध प्रदर्शन किया। उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने बताया कि इसी कार्यक्रम के तहत आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में देहरादून स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय के बाहर उत्तराखण्ड के कांग्रेसजनों द्वारा विशाल धरना-प्रदर्शन किया आयोजित किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 136 साल से इस देश के हर व्यक्ति की आवाज है। हम उस गांधी के वंशज हैं, जिन्होंने निहत्थे रहकर देश की जनता की ताकत के बल पर तानाशाही ताकत को, अंग्रेजी ताकत को हिंदुस्तान छोड़कर भाग जाने को विवश कर दिया था। हम उस पंडित नेहरु की वैचारिक सोच हैं जिन्होंने देश की आजादी के आंदोलन में 10 साल कारावास में बिताए और राष्ट्र निर्माण का संकल्प पूरा करके दिखाया। हम उस सरदार पटेल के उत्तराधिकारी हैं, जिन्होंने आजाद भारत को पंडित नेहरु के साथ कंधे से कंधा मिलाकर एक सूत्र में पिरोया। हम उस मौलाना अबुल कलाम आजाद और डॉ. राजेंद्र प्रसाद की सोच हैं, जिन्होंने जिन्ना के विभाजनकारी एजेंडे को सिरे से खारिज कर दिया।
करन माहरा ने कहा कि हम उन ‘माफीवीरों’ के अनुयायी नहीं, जो आज सत्ता के सिहांसन पर बैठे हैं, जो कारागार पर, कारागार की दीवारों पर अंग्रेजों से माफीनामा लिखकर आए थे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से लड़ने की बजाय इसके खिलाफ बोलने वालों के साथ लड़ रही है।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फर्जी मुकदमे दर्ज कर अपने अधीनस्थ एजेंसियों के माध्यम से उत्पीड़न करना चाहती है। इसका कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सड़क से लेकर सदन तक डटकर विरोध करना है तथा जनता को मोदी सरकार की सच्चाई बतानी है।
इस दौरान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के इशारे पर कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेता एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जके खिलाफ ईडी के माध्यम से उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की जा रही है जिसे कांग्रेस कार्यकर्ता कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। प्रीतम सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई हैं। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से जनता का ध्यान हटाने के लिए केन्द्रीय एजेंसियों का सहारा लेकर विपक्षी दल के शीर्ष नेताओं को झूठे आरोपों में उलझा रही है। आज महंगाई, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। देश का नौजवान और किसान अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है। राहुल गांधी का इन्हीं दबे-कुचले वर्ग की आवाज उठाने के लिए केन्द्रीय एजेंसियों के माध्यम से उत्पीड़न किया जा रहा है।
घरना-प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, विधायक राजेन्द्र भण्डारी, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक विक्रम सिंह नेगी, विधायक ममता राकेश, विधायक फुरकान अहमद, विधायक विरेन्द्र जाति, विधायक रवि बहादुर, विधायक अनुपमा रावत, पूर्व विधायक मनोज रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी, प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि, महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, हीरा सिंह बिष्ट, दिनेश अग्रवाल, पूरन सिंह रावत, महामंत्री गोदावरी थापली, राजेन्द्र शाह, अजय सिंह, नवीन जोशी, डाॅ0 संतोष चैहान, पी.के. अग्रवाल, यशपाल राणा, मनीष नागपाल, राजेन्द्र भण्डारी, अनुपम शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, ललित फर्सवाण, प्रेमानन्द महाजन, युवा अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, राजपाल खरोला, महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला, प्रदीप थपलियाल, एनएसयूआई अध्यक्ष मोहन भण्डारी, जयेन्द्र रमोला, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, जसविन्दर सिंह गोगी, प्रदेश सचिव शांति रावत, राकेश नेगी, आनन्द बहुगुणा, प्रवक्ता दीप बोहरा, महिला उपाध्यक्ष पायल बहल, जितेन्द्र सरस्वती, कलीम खान, प्रभुलाल बहुगुणा, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम डाॅ0 विजेन्द्र पाल, उर्मिला थापा, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, अश्विनी बहुगुणा, महन्त विनय सारस्वत, राकेश राणा, संजय अग्रवाल, अल्का पाल, सुशील राठी, कमलेश रमन, लक्ष्मी अग्रवाल, मीना रावत, सूरत सिंह नेगी, अमरजीत सिंह, डाॅ0 प्रदीप जोशी, विकास नेगी, विनीत कुमार भट्ट, विशाल मौर्य, राॅबिन त्यागी, रितेश क्षेत्री, शैलेन्द्र करगेती, आशीष सैनी, नदीम अहमद, गुल मोहम्मद, इलियास अंसारी, आलोक मेहता, अर्जुन सोनकर, सुशील बांगा, एहतात खान, मुकीम अहमद, मुकेश सोनकर, सविता सोनकर, मोहन काला, जगदेव सिंह सेखो, अंजली चमोली, भरत चंद रमोला, रामसिंह बघेल, मनोज नौटियाल, कपिल भाटिया सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल रहे।