न्यूज़ 360

VIDEO उत्तराखंड: धर्मनगरी हरिद्वार से जल्द उड़ान भरेंगी इंटरनेशनल फ्लाइट्स, 2030 तक इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा तैयार, जमीन तलाश रहे: मंत्री महाराज

Share now

हरिद्वार: जौलीग्रांट एयरपोर्ट भले आज तक विकसित न हो पाया हो लेकिन अब प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बीड़ा उठाया है कि धर्मनगरी हरिद्वार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बने। हालाँकि ऐसी कोशिशें दस साल पहले भी हो चुकी लेकिन सिरे नहीं चढ़ पाई लेकिन अब महाराज ने फिर से हरिद्वार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाये जाने को लेकर जमीन की तलाश शुरू करा दी है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने एक कमेटी बनाई है जिसमें जिलाधिकारी हरिद्वार को भी शामिल किया गया है। ये कमेटी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए देहरादून और हरिद्वार के बीच जमीन तलाशने में जुट गई है।

YouTube player
सतपाल महाराज, पर्यटन मंत्री. उत्तराखंड


सोमवार को सतपाल महाराज ने प्रेमनगर आश्रम में एविएशन अधिकारियों के साथ बैठक कर एयरपोर्ट को लेकर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान सतपाल महाराज ने बताया कि हरिद्वार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए कमेटी हरिद्वार में 5 किलोमीटर लंबी और आधा किलोमीटर चौड़ी जमीन की तलाश में जुट गई है।
महाराज ने कहा कि दुनियाभर से लोग उत्तराखंड की शांत वादियों को देखने आना चाहते हैं। लोग हरिद्वार की पावन भूमि पर दर्शन के लिए आना चाहते हैं। इन सभी पर्यटकों को सीधे उत्तराखंड लाने के लिए एक बड़े हवाई अड्डे को तैयार किया जाना है। इसके लिए अब भूमि की तलाश की जा रही है।महाराज ने कहा कि हरिद्वार हवाई अड्डे पर एयरबस 380, बोइंग 777 जैसे बड़े जहाज वेंकूअर, लॉस एंजिलस, मेलबर्न और न्यूयॉर्क, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड से सीधे उतरेंगे जिससे बड़ी संख्या में रोजगार पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि 2030 तक इस हवाई अड्डे का लाभ दुनिया के पर्यटक ले सकें। इससे न केवल योग सीखने विदेशी पर्यटक हमारी धरती पर सीधे पहुंच सकेंगे बल्कि चार धाम यात्रा के लिए भी लोग आसानी से आ सकेंगे।

रिपोर्ट: आशीष मिश्र, स्थानीय पत्रकार, हरिद्वार

Show More

The News Adda

The News अड्डा एक प्रयास है बिना किसी पूर्वाग्रह के बेबाक़ी से ख़बर को ख़बर की तरह कहने का आख़िर खबर जब किसी के लिये अचार और किसी के सामने लाचार बनती दिखे तब कोई तो अड्डा हो जहां से ख़बर का सही रास्ता भी दिखे और विमर्श का मज़बूत मंच भी मिले. आख़िर ख़बर ही जीवन है.

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!