दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन सबसे बड़ी ढाल बनी है और भारत में बना वैक्सीन संकट जल्द खत्म हो जाएगा। केन्द्र सरकार ने अब कोवीशल्ड बना रही सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी बनाने की इजाज़त दे दी है। सूत्रों के अनुसार देश की ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटी DCGI ( Drug Controller General of India) को शुक्रवार को इसकी इजाज़त दे दी है। अब तक रूसी स्पूतनिक-वी भारत में सिर्फ डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज ही बना रही है लेकिन सीरम के आने के बाद उत्पादन और तेज होगा।
दरअसल स्पूतनिक-V के टीके फिलहाल रेड्डीज लेबोरेट्रीज बना रही है और देश में इस साल के आखिर तक 85 करोड़ टीके बनाने का लक्ष्य है। अब सीरम के आने से वैक्सीन बनाने की गति तेज हो जाएगी।
पिछले दिनों सीरम ने जून में कोवीशिल्ड वैक्सीन की 10 करोड़ डोज बनाकर भारत सरकार को सप्लाई करने का दावा किया था। कंपनी ने मई में कोवीशील्ड की 6.5 लाख डोज बनाई थी। सीरम आज दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है और अब तक यह अलग-अलग वैक्सीन के डेढ़ अरब डोज बनाकर बेच चुकी है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।