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‘सुप्रीम’ फटकार का असर: दोपहर में SC ने दी चेतावनी तो शाम होते-होते गहरी नींद में सोई धामी सरकार जागी, जलालपुर गांव में धारा 144, स्वामी दिनेशानंद गिरफ्तार, संत सरकार पर भड़के

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देहरादून/हरिद्वार: हेट स्पीच मामले में सुप्रीम कोर्ट की फटकार और चेतावनी के बाद प्रदेश की धामी सरकार की नींद टूट गई है। रूड़की के डाडा जलालपुर गांव में बुधवार को बुलाई गई हिन्दू महापंचायत पर सरकार ने रोक लगा दी है। हरिद्वार जिला प्रशासन ने जलालपुर गांव और पांच किलोमीटर क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी है और काली सेना के राज्य संयोजक स्वामी दिनेशानंद भारती को अरेस्ट भी कर लिया है। काली सेना ही हनुमान जयंती शोभायात्रा पर हुए पथराव के विरोध में हिंदू महापंचायत का आयोजन कर रही थी।

MUST READ सुप्रीम फटकार: रूड़की धर्म संसद को लेकर सुप्रीम कोर्ट तल्ख, SC ने धामी सरकार को दी चेतावनी, हेट स्पीच नहीं रोकी तो चीफ सेक्रेटरी डॉ एसएस संधु होंगे ज़िम्मेदार, किए जाएंगे कोर्ट में तलब

दरअसल, यह सख्ती न तो धामी सरकार और न ही पुलिस-प्रशासन की हेट स्पीच को लेकर किसी तत्परता का परिणाम है बल्कि मंगललार को सुप्रीम कोर्ट से लगी फटकार और चीफ सेक्रेटरी डॉ एसएस संधु को मिली चेतावनी का असर है कि धारा 144 लगातार शांतिपूर्ण माहौल में सांप्रदायिक विष न घुले इसे लेकर ऐतियातन कदम उठाए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने साफ चेतावनी दे दी थी कि अगर रूड़की के जलालपुर गांव में बुधवार को आयोजित होने वाली हिंदू महापंचायत में हेट स्पीच यानी भड़काऊ और नफरती भाषणबाज़ी हुई तो मुख्य सचिव को अदालत में तलब होना पड़ेगा। इसी का असर हुआ कि कई दिनों से हिन्दू महापंचायत का ऐलान होने के बावजूद सोई रही सरकार को मजबूरन जागना पड़ा।

सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी के बाद धामी सरकार ने सख्ती दिखाई तो अब संतों की नाराजगी भी दिखाई दे रही है। शांभवी धाम के पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने एक वीडियो बयान जारी कर धामी सरकार को चेतावनी दी है। स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा है कि अगर प्रशासन हिन्दू महापंचायत करने से रोकेगा तो उसके परिणाम बुरे होंगे।

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