देहरादून: बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृ्त्व विपक्षी कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को अपने पाले में कर बाइस बैटल जीतने की नई बिसात बिछाने में जुटा है। लेकिन प्रदेश में एक के बाद एक मंत्री और बीजेपी विधायक पार्टी और सरकार की फजीहत कराने का एक भी मौका नहीं चूक रहे हैं। ताजा मामला देहरादून की धर्मपुर विधानसभा सीट से विधायक विनोद चमोली से जुड़ा है। रविवार को उनके विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने ऋषि विहार स्थित नाले को चुनावी वादे के बावजूद साढ़े चार साल गुजर जाने के बाद भी अंडर ग्राउंड न करा पाने पर नाराजगी जताते हुए विधायक के घर के बाहर धरना दिया।
मौके की नज़ाकत को भांपकर सत्ताधारी दल के विधायक भी अपने ही घर के बाहर चले रहे धरने में बैठ गए। गुस्साए लोगों को बीजेपी विधायक विनोद चमोली ने आश्वस्त किया कि उनकी मांग पूरी होने वाली है और जल्द शासनादेश जारी होगा जिसके बाद काम शुरू हो जाएगा।
अब विधायक चमोली के अपनी ही पार्टी की सरकार के बावजूद धरने पर बैठने की तस्वीरें वायरल हो गई है। दरअसल शुक्रवार रात्रि को कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए थे जिसके बाद से लगातार धामी सरकार की किरकिरी हो रही और कांग्रेस नेताओं हरीश रावत, गणेश गोदियाल से लेकर आम आदमी पार्टी हमलावर हो गई है। कैबिनेट मंत्री भगत ऊर्जा निगम के अफसरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर धरने पर बैठे तो धामी सरकार असहज हो गई। हल्द्वानी के टीपी नगर में बिजली गुल होने पर स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़का तो मौके का नज़ाकत भांपकर मंत्री भी अपनी ही सरकार के विद्युत विभाग के खिलाफ जनता के साथ धरने पर बैठ गए।
इस पर हरीश रावत कहां चुकने वाले थे!
दरअसल पहले बीजेपी ने जिस तेजी से तीन-तीन मुख्यमंत्री बदले और अब आए दिन बीजेपी कॉरिडोर्स से खबरें आ रही कि कम से कम 20-22 विधायकों की टिकट काटी जाएँगी, इन सबने सत्ताधारी दल के विधायकों के रोंगटे खड़े कर रखें हैं। यही वजह है कि सरकार के आखिरी दिनों में विधायक जनता की नाराजगी दूर करने को उनके साथ खड़े दिखना चाहते हैं। फिर चाहे सरकार के खिलाफ ही धरना देना पड़े!
रायपुर में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत की मौजूदगी में विधायक उमेश शर्मा काऊ और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच ‘औक़ात’ देखने-दिखाने की तस्वीरें दिल्ली दरबार तक पहुँची। उसके बाद काऊ दिल्ली शिकायत लगाकर आए और यहाँ पहुँचते ही पांच साल की पीड़ा का इज़हार किया। फ़िर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और सतपाल महाराज का काऊ के समर्थन में कूदना अंदरूनी झगड़े को चौक-चौराहे पर ले आया। फिर खबर आई कि धर्मपुर में बीजेपी कार्यकर्ता विधायक विनोद चमोली के खिलाफ मुखर हो रहे। जाहिर है चुनावी दौर में ऐसी घटनाएँ धामी सरकार और बीजेपी के लिए शुभ संकेत तो कतई नहीं कही जा सकतीं।