देहरादून: 26 अप्रैल से कोविड कर्फ्यू लगा चुकी तीरथ सरकार को अब 20 दिन बात अहसास हो रहा कि कर्फ़्यू के बावजूद संक्रमण नहीं थम रहा! लिहाजा अब सरकार 18 मई से 25 मई तक और सख्त पाबंदियों के साथ कर्फ़्यू बढ़ाने जा रही है। अब ये अलग बात है कि पश्चिम बंगाल ने 30 मई तक लॉकडाउन लगा दिया है। कई राज्यों में पहले से ऐसे हालात हैं लेकिन तीरथ सरकार को लॉकडाउन से परहेज़ हैं लेकिन खुद सरकार मानती है कि बिना पूर्ण सख्ती के संक्रमण तोड़ने में पूरी कामयाबी नहीं मिलने वाली। सुनिये खुद सरकार के शासकीय प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल क्या कह रहे हैं।
अब तीरथ सरकार माने न माने लेकिन अब ये सच होता जा रहा कि 20 दिन का कोविड कर्फ़्यू संक्रमण की रफ़्तार रोकने में नाकाम रहा है। इस दौरान हालात ये रहे कि कोविड कर्फ़्यू के दौरान न सिर्फ नए मामले बढ़ते दिखे बल्कि मौतों के आंकड़े भी सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे। शनिवार को स्वास्थ्य महकमे द्वारा जारी आंकड़े इसी सच को दोहराते दिखते हैं।
शनिवार को कोरोना से 197 मौत का नया रिकॉर्ड बना और इस दौरान 5654 नए पॉजीटिव मरीज भी मिले। जबकि इस दिन हफ्ते की सबसे कम टेस्टिंग यानी 24,010 सैंपलों की जांच हुई, जो कि छह हफ़्तों में भी सबसे कम रही। शुक्रवार को 29 हजार सैंपलों की टेस्टिंग की गई थी। जबकि 13 मई यानी गुरुवार को 28 हजार और 12 मई को जहां 34 हजार से ज्यादा सैंपल टेस्टिंग को भेजे गए थे। इतना ही नहीं पूरे हफ्ते की बात करें तो पिछले हफ़्तों के मुकाबले इस दौरान सबसे कम यानी 1 लाख 97 हजार सैंपलों की जांच की गई। बावजूद इसके कोरोना से मौतों की आंकड़ा भयावह मंजर की गवाही दे रहा है।
उत्तराखंड में शनिवार को कोविड से अब तक की सर्वाधिक 197 मौतें हुई हैं। दून मेडिकल कॉलेज में सबसे ज्यादा 30 मरीजों की मौत हुई है। कुमाऊँ के सबसे बड़े अस्पताल हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में 27, रुद्रपुर जिला अस्पताल में 25 मरीजों की मौत हुई। जबकि एसडीएच रुड़की में 16 मौत, राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम में 12 और ऋषिकेश एम्स में 10 कोविड मरीजों ने दम तोड़ा। इसके अलावा राज्य के दूसरे अस्पतालों में भी कई कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा। अकेले देहरादून जिले में 95 मौतों का आंकड़ा डरा रहा है। उत्तराखंड में एक ही दिन में लगभग 200 मरीजों की मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है। जिलों में ग्रांउड जीरो पर उतरकर जमीनी हालात से रूबरू होकर और शनिवार के आंकड़े देखने के बाद सीएम ने सचिवालय में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग कर शासन मे बैठे आला अफसरों और ज़िलाधिकारियों को कोविड संक्रमितों को हर मुमकिन इलाज मुहैया कराने के कड़े निर्देश दिए हैं।
सवाल है कि क्या कोविड कर्फ़्यू और लॉकडाउन के बीच उलझी सरकार संक्रमण की रफ़्तार रोकने के लिए ठोस कदम उठा पाएगी और खासकर मृत्यु दर के बढ़ते आँकड़ों पर ब्रेक लगेगा!