दिल्ली: उत्तरप्रदेश में दो हफ्ते से लंबे चले बीजेपी के सियासी गतिरोध का दिल्ली में पटाक्षेप होता नजर आ रहा है। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को करीब डेढ़ घंटे तक प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात मे योगी आदित्यनाथ ने जहां अपनी सरकार के चार साल का रिपोर्ट कार्ड प्रधानमंत्री के सामने रखा, वहीं कोरोना जंग को लेकर यूपी के इंतज़ामात और केन्द्र से मिल रही मदद पर चर्चा हुई।यूपी सीएम योगी ने 21 जून से सबको मुफ्त वैक्सीन देने के केन्द्र सरकार के फैसले के लिए प्रधानमंत्री को बधाई दी। ये तो रही सरकारी कामकाज की बात लेकिन असल मुद्दा लखनऊ और दिल्ली में जारी ईगो के टकराव को डिफ़्यूज़ करना रहा।
माना जा रहा है कि संघ के दिल्ली मंथन में यूपी के ताजा गतिरोध का रास्ता निकालने का रोडमैप बन गया था और उसे प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर यूपी सीएम योगी तक साझा कर दिया गया। उसी के अगले चरण में योगी का आनन-फ़ानन में गुरुवार को दो दिवसीय दिल्ली दौरा तय हुआ।
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की जहां संभावित कैबिनेट विस्तार पर चर्चा हुई वहीं मिशन 2022 को लेकर भी रणनीति बनी। मीडिया रिपोर्टेस की मानें तो पूर्वांचल को अलग राज्य बनाने को लेकर भी बातें हुई। माना जा रहा है कि मोदी वर्सेस योगी जंग को संघ फिलहाल शांत कराने में कामयाब हो गया है और जहां सरकार की कमान 2022 तक योगी के हाथ में रहेगी, वहीं प्रधानमंत्री के करीबी एमएलसी पूर्व नौकरशाह अरविंद कुमार शर्मा को कैबिनेट विस्तार में ठीक जगह दी जाएगी। वहीं दो रोज पहले बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद को भी ब्राह्मण वोटबैंक को साधने की रणनीति के तहत मंत्री बनाया सकता है।
योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर यूपी सरकार के चार साल के कामकाज की रिपोर्ट उनके सा्मने रखी है। साथ ही यूपी चुनाव को लेकर सांगठनिक तैयारियों और रणनीति पर चर्चा की है।
UP CM Yogi Delhi Tour First day updates
इससे पहले गुरुवार को यूपी सीएम योगी अचानक दिल्ली पहुँचे और गृहमंत्री अमित शाह से मैराथन मंथन किया। शुक्रवार को जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात। बीजेपी की यूपी बैटल दिल्ली शिफ्ट पर होगा समाधान!
दिल्ली: गुरुवार को यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ का अचानक दिल्ली दौरा तय हुआ और वे चार बजे दिल्ली पहुँचते ही सीधे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पहुँचते हैं और दोनों नेताओं में डेढ़ घंटे मैराथन मंथन चला। खबर आई कि इसी दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने पीएम आवास पहुँचते हैं। कल सुबह सीएम योगी प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात करेंगे। एक खबर ये भी है कि आज ही अपना दल(स) की अध्यक्ष और सांसद अनुप्रिया पटेल भी गृहमंत्री शाह से मुलाकात करने पहुँचती हैं।
बड़ा सवाल ये है कि क्या अब यूपी बीजेपी का पॉलिटिकल ड्रामे का सेंटर स्टेज दिल्ली बन चुका है। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, प्रभारी राधा मोहन सिंह और संघ का फीडबैक भी प्रधानमंत्री मोदी तक पहुंच चुका है। ऐसे में क्या समझा जाए कि मोदी बनाम योगी जंग का जो हल्ला दो हफ्ते से लखनऊ से लेकर दिल्ली तक मचा हुआ है उसका पटाक्षेप योगी के इस दो दिवसीय दौरे में हो जाएगा? क्या समझा जाए की संघ की मध्यस्थता के ज़रिए समझौते का रोडमैप बन चुका है और उसी कड़ी में योगी पीएम और गृहमंत्री से मुलाकात करने पहुँचे हैं! ऐसे मे ये भी समझा जाए कि जल्द योगी मंत्रिमंडल का विस्तार हो रहा है और पीएम के करीबी पूर्व नौकरशाह एके शर्मा का यूपी सरकार में ठीक समायोजन हो रहा है! ये दो दिन डिसाइड करेंगे कि आखिर बीजेपी कैसे ब्रांड मोदी की महत्ता को सर्वोपरि मानकर भी यूपी में योगी के नेतृत्व में बाइस बैटल जीतने उतरती है या मंत्रिमंडल विस्तार के बहाने मोदी-शाह ये मैसेज कराएंगे कि आगे का रास्ता कैसे तय होगा!