देहरादून: पिछले 24 घंटे के आंकड़े एक नजर से राहत देने वाले हैं क्योंकि नए मामले घटकर 3719 पहुंच गए हैं और ठीक होने वालों का आंकड़ा 3647 रहा है। ये पॉजीटिव संकेत दे रहे कि भले कोरोना की रफ़्तार पूरी तरह थमी नही्ं हो लेकिन धीमी जरूर पड़ रही है। हालॉकि 136 मौत का आंकड़ा चिन्ताजनक जरूर है। राज्य की औसत पॉजीटिविटी रेट 12.5 फीसदी रही लेकिन पर्वतीय जिलों में ये अभी भी चिन्ताजनक स्तर पर बनी हुई है। एसडीसी फ़ाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अनूप नौटियाल कहते हैं कि टिहरी में 36 फीसदी, रूद्रप्रयाग 34 फीसदी,चमोली 33 फीसदी और अल्मोड़ा/ पौड़ी में 18 फीसदी पॉजीटिविटी रेट चिंताजनक है. जबकि मैदानी जिलों में ऊधमसिंहनगर जहां 12 फीसदी है, ये घटकर 10 फीसदी के नीचे आ चुकी है। इसलिये नौटियाल कहते हैं कि पहाड़ी जिलों में पॉजीटिविटी रेट ऊँचा बने रहना बेहद गंभीर विषय है।
साथ ही बढ़ती मृत्युदर भी उत्तराखंड के लिए चिन्ता पैदा कर रहा है। 136 मौतों के आँकड़े में हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर की 87 मौतें और जोड़ दें तो मरने वालों की संख्या 223 हो जाती है. अनूप नौटियाल कहते हैं कि अब तक राज्य में 5024 मौतें हो चुकी हैं और राज्य की मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत 1.1 फ़ीसदी के मुक़ाबले 57 फ़ीसदी अधिक होकर 1.73 फ़ीसदी हो गई है, जो अपने आप में ख़तरे का अहसास कराने को काफ़ी है।