ऋषिकेश: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर एक समुदाय विशेष में संशय, भय और गलत धारणाएँ अभी भी मौजूद हैं जिन्हें जागरूकता के जरिये दूर करने की दरकार है। टीएसआर ने कहा कि वे जानबूझकर नाम लेकर कह रहे हैं कि मुस्लिम समुदाय में अभी भी कोविड टीके को लेकर ग़लतफ़हमी और आशंकाएँ बना हुई हैं जिनको सामाजिक संगठनों और मीडिया को आगे आकर जागरूकता अभियान से दूर करना चाहिए। सोमवार को विश्व रक्तदान दिवस के मौके पर ऋषिकेश में मीडिया से बात करते पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने ये बातें कही।
पूर्व मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान का हवाला देते हुए कहा कि वहाँ फोन नंबर ब्लॉक करने और टीकाकरण से बचने वालों के वेतन रोकने जैसे कदम उठाने की बात कही गई है। टीएसआर ने कहा कि यहां तक कि पहले डॉक्टर और हेल्थ वर्कर्स के मन में भी वैक्सीनेशन को लेकर सवाल थे और वे टीका लगवाने से क़तरा रहे थे लेकिन बाद में सबकुछ सामान्य हो गया।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने यह भी दावा किया कि वे कोरोना संक्रमण की रफ्तार को पहले ही भाँप गए थे जिसके चलते पहली लहर में ही 25 हजार कोविड बेड तैयार करा लिए थे। उन्होंने कहा कि तब लोगों ने उनका मज़ाक़ उड़ाया लेकिन दूसरी लहर में रहले से किए इंतजाम होने के कारण महामारी का मुकाबला हो पाया है।
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